जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव बरछा ‘ब’ मजरा बनियन पुरवा अउर महुआ ब्लाक का गांव गिरवां। इं दूनौ गांवन के मड़ई डाक्टर के लापरवाही के चलत 2 अप्रैल 2014 का कउनौ बच्चा खोइन तौ कउनौ मेहरिया।
बनियन पुरवा का गौरीशंकर बतावत है-“आपन मेहरिया सुनीता का प्रसव खातिर 27 मार्च 2014 का बदौसा उपकेन्द्र लई गयेंव। उपकेन्द्र के ए.एन.एम. लक्ष्मी वर्मा देखिस अउर कहिस कि शाम तक बच्चा होई। तुम रूपिया अउर कपड़ा के व्यवस्था करौ। शाम के ए.एन.एम. दुई सुई लगाइस। रात लगभग डेढ़ बजे बच्चा होइगा। बच्चा होय के पन्द्रह बीस मिनट बाद ए.एन.एम. बाहर आई। अपने मनसवा से कहिस कि सुनीता का खून नहीं बंद होत। ए.एन.एम. का मनसवा राजू यादव मोहिसे कोरे कागज मा कइयौ दसखत करा लिहिस। ग्यारह सौ रूपिया गाड़ी अउर डीजल खातिर लई लिहिस। अतर्रा राजकीय चिकित्सालय लायेंन तौ होंआ का डाक्टर देखतै बांदा रिफर करैं खातिर एम्बुलेंस मंगाइस, पै सुनीता के मउत होइगे रहै। अब यतना छोट बच्चा कसत पलिहांै। यहिसे ए.एन.एम. के खिलाफ कारवाही के मांग करत हौं।”
गिरवां गांव का मुल्लू बतावत है कि मैं आपन बिटिया उर्मिला का प्रसव के समय नरैनी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लई गयेंव। होंआ बच्चा पैदा भा, पै बच्चा के तबियत खराब रहै। काहे से बच्चा का नारा कैंची से काट दिहिन रहैं। 1 अप्रैल 2014 का बांदा मा डाक्टर नरेन्द्र गुप्ता के हंेया भर्ती कीन। होंआ बच्चा के जांच मा निकरा कि टेटनिस है। दुसरे दिन 2 अप्रलै 2014 का बच्चा के मउत होइगे है। अब पूरे परिवार का रो-रो के हाल खराब है।
नरैनी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधीक्षक डाक्टर नीरज पटेल कहिन कि उर्मिला दरखास दें तबै जांच कीन जई। 25 मार्च 2014 का मैं छुट्टी मा रहे हौं।
सी.एम.ओ. आर.बी. अग्रवाल कहत हैं कि मामला के जांच कीन जात है कि कसत मेहरिया के मउत भे है। यहिके बाद कारवाही कीन जई।
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