केरल के पलक्कड़ जिले में पुककोट्टुकुव पंचायत की निवासी 39 वर्षीय लक्ष्मीकुट्टी पिछले छह वर्षों से केंद्र सरकार की मनरेगा योजना के तहत काम कर रही हैं। उन्होंने पिछले 6 महीनों में अपने जिले की अलग-अलग जगहों पर 300 कुएं खोदें हैं। अम्मीनी के साथ टीम में 299 महिलाएं और हैं, जो इस काम में इनकी सहभागी हैं।
शुरुआत में लक्ष्मीकुट्टी के साथ काम करने से महिलाएं कतराती थीं। लेकिन जब उनको महिलाओं ने लग्न से काम करते देखा तो धीरे-धीरे उनसे कई महिलाएं जुड़ने लगीं। अब उनकी टीम बड़ी आसानी से 60 से 80 फीट तक का गड्ढा खोद लेती हैं। इनके बनाए गए कुओं से कई गांववालों की जिंदगी बेहतर हुई है। उनकी ये सीमा अब केरल में ही नहीं बल्कि कई राज्यों में बढ़ रही है। वो ये काम लोगों तक सिर्फ पानी पहुंचाने के लिए करती हैं।