जि़ला चित्रकूट, ब्लाॅक मऊ, गांव मनकुवांर। यहां लोग सूखे की मार झेल रहे हैं। सौ लोग सूखे के कारण पलायन कर चुके हैं। कई और लोग भी जाने वाले हैं । इसी गांव की एक महिला हैं – मनोज सिंह, जो सूखे और कजऱ् के कारण बहुत परेशान हैं ।
मनोज सिंह से मुलाकात बस में हुई। एक साथ सीट पर बैठे-बैठे उनकी दुख भरी कहानी सुनने को मिली। मनोज ने बताया कि ‘मेरी तीन बेटियां, एक बेटा हैं । पति बीमार रहता है, उसका दिल्ली में इलाज चलता है। खेती के नाम पर पांच बीघा ज़मीन है जिसमें पिछले तीन साल से ज़रा भी अनाज पैदा नहीं हुआ है। मऊ स्टेट बैंक से पिछले साल बीमारी, बीज और लड़की की शादी के लिए दो लाख कर्ज़ लिया है। पर अभी तक लौटा नहीं पाए हैं। गांव में किसी से दो हज़ार, तो किसी से चार हज़ार, तो किसी से पांच हज़ार, इस तरह कुल एक लाख का कर्ज़ है। कैसे यह कर्ज़ चुकाऊंगी? मेरा दिमाग काम नहीं करता है। कर्ज़ भरना तो पड़ेगा। ओले पड़े थे तब भी हमें कोई मुआवज़ा नही मिला। यह सब सोचकर लगता है कि अपनी जान दे दूँ । पर बच्चों का मुंह देखकर रह जाती हूँ ।’
इतना कहकर मनोज सिंह भभक-भभक कर रोने लगी। उसका यह हाल देखकर मेरे रोएं खडे़ हो गए।
इस मुद्दे पर मऊ तहसीलदार गुलाब सिंह का कहना है कि ‘अगर मुआवज़ा नहीं मिला है तो मैं जांच करवाउंगा। मुआवज़ा तो ज़रूर मिलना चाहिए सबको दिया जा रहा है।’
सूखे से परेशान मनोज सिंह – खबर लहरिया से बात
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