चित्रकूट जिले में सरकार द्वारा चलाई गई समाजवादी सूखा राहत योजना के तहत लोगों को सुखा राहत पैकेट नहीं मिल रहा। जिसकी वजह से लोग पहले तो सुखा, और अब राहत सामग्री न मिल पाने के कारण दाने-दाने को मोहताज़ हो गये हैं।
ब्लॉक कर्वी, गांव भंभई की लक्ष्मी देवी कहती हैं कि हमारा अन्तोदय कार्ड बना है लेकिन समाजवादी सूखा राहत के तहत राहत पैकेट अब तक नहीं मिला है। जबकि मैं, इसकी पात्र भी हूं।
ब्लॉक रामनगर, गांव हन्ना बिनैका, इस गांव को सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा गोद ले रखा है लेकिन गांव के गरीबों को सरकारी योजनाओं के तहत कोई भी लाभ नहीं मिल रहा है।
गांव के रामनरेश सोनी बताते हैं कि अन्तोदय कार्ड होने के बाद भी समाजवादी सूखा राहत का किट हमें नहीं मिला है। यह इस बात को साबित करता है कि सभी योजनाएं मात्र कागजी हैं और गांव गोद लेना केवल राजनीति करना है और कुछ नहीं।
इस बारे में कोटेदार ज्ञानेश्वर राय का कहना है कि कुल बत्तीस अन्तोदय राशन कार्ड पात्र हैं जिन्हें राहत किट दिया गया है। अगर राम नरेश सोनी को यह नहीं मिला है तो उनको दूसरी किट आने पर दिया जा सकता है।
ब्लॉक मऊगांव ओबरी मजरा ललई, यह मजरा मऊ ब्लॉक से लगभग बाइस किलोमीटर दूर घने जंगल के बीच बसा है। मुन्नी का कहना है कि सरकार की तरफ से सभी लोगों को समाजवादी सूखा राहत का किट दिया गया। यह किट लेने से हम वंचित रह गये। इस कारण से समाजवादी सूखा राहत का किट लेने के लिए मऊ एस.डी.एम. राममूर्ति त्रिपाठी को 3 मई को लिखित दरखास दी थी। उन्होनें भरोसा दिया कि अब की किट आयेगा तो दिया जायेगा। अब बात सामने आती है कि इस महीने किट मिलता है, या नहीं!
कोटेदार कृष्ण कुमार का कहना है कि कुल बासठ लोगों को सूखा राहत का किट दिया गया है। मऊ एस.डी.एम. राम मूर्ति त्रिपाठी बताते हैं कि मऊ ब्लॉक में कुल चार हजार चार सौ चौरान्वे लोगों को सूखा राहत का किट दिया गया है। जिन लोगों को किट नहीं मिला उसकी जांच जल्द कराई जायेगी।
जिला पूर्ति विभाग के बाबू अवधेश सिंह का कहना है कि जिले में कुल बाइस हजार सात सौ चौहत्तर अन्तोदय कार्ड हैं।
एडीएम महेश चन्द्र शर्मा कुछ इस तरह बताते है कि पहली किस्त के राहत किट 9 अप्रैल को इक्कीस हजार चौहत्तर लोगों को बांटे गये थे। दूसरी किस्त 19 मई को बांटी गयी। सरकार का यह काम सूखे से जूझ रहे सभी किसानों के लिए है। इसके अलावा किसी को इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता।
रिपोर्टर – तबस्सुम