जिला महोबा, ब्लाक कबरई। ई ब्लाक के एसे केऊ गांव हे जिते के किसान पिछले साल की सूखा रहत ओर ओला वृष्टि के चेक के लाने भटकत हे। विभागीय अधिकारियन के चक्कर काटत हे। 2016 की पहली तहसील दिवस में लगभग दो सौ किसानन ने अलग-अलग गांव से आके चेक के लाने दरखास दई हे।
ब्लाक कबई गांव गंज के राधारानी रामबाई, ओर कौशिल्या के साथे एक दर्जन किसानन ने तहसील दिवस में दरखास दई हे। कहो की हम विधवा ओर बेसहारा ओरत हें। हमाये खेती के अलावा कोनऊ रोजगार नईयां। एसई गांव चितहरी, मौजा शाहपहाड़ी के किसान रामप्रसाद अहिरवार, मुन्ना अहिरवार, प्रभुदयाल श्रीवास, भागीरथ ओर मालती को आरोप हे की लेखपाल छह महीना से चेक नई बांटी हे। आय दिन हमें महोबा बुलाउत हे। रोज किराया लगा के आउत हें ओर खाली हाथ लौटने परत हे। गरीब आदमी इत्तो रुपइया किराये के लाने किते से लाये। गांव बन्नी पुरा के एक दर्जन किसानन ने 5 जनवरी 2016 खा महोबा तहसील दिवस में एस.डी.एम. खा दरखास दई हे। चेक वितरण की मांग करी हे। कहत हें की अगर चेक नईं देने हे तो मना कर देय, काय खे आसरा लगो हे। हमाओ परिवार अब भुखमरी के कगार में आ गओ। गरीबी के कारन बच्चन की पढ़ाई लिखई तक बन्द करा दई हे।
महोबा एस.डी.एम. सुनील प्रताप सिंह कहत हें की चेकन में काम चल रहो हे। किसान के खाता संख्या जा फिर नाम गलत होंय के कारन नई हो पाओ हे। हम पूरी कोशिश करत हे की जल्दी ही किसानन की चेक दई जेहे। अगर लेखपाल कमी करहें तो पूरी कानूनी कारवाही करी जेहे।
सूखा राहत के चेक की मांग
पिछला लेख