जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव परसहर। हेंया लगभग 15 साल पहिले के बने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मा डिलेवरी होय का सरकारी आदेश 27 मई 2014 का आ गा है, पै अबै तक एक भी डिलेवरी नहीं भई। काहे से डिलेवरी का सामान अउर करमचारी के कमी है। मड़इन का परसहर से 10 किलोमीटर दूर नरैनी डिलेवरी खातिर आवैं का परत है। गांव का संता कहत है कि तीन महीना पहिले वहिके बहू के डिलेवरी भे रहै। उंई नरैनी डिलेवरी खातिर आये रहैं।
सुशीला प्यारे, राम किशोर, राम लाल अउर रज्जू का कहब है कि लालपुर, पुरैनिया, सिघौटी, रानीपुर लहौरा, बरूवा समेत लगभग बारह गांव के मड़ई हेंया दवाई करावैं आवत हैं। डिलेवरी भी होय का चाही जब सरकार आदेश दिहिस है, तौ करमचारी अउर सामान के भी व्यवस्था करैं का चाही। या सुविधा होई जाय तौ असुरक्षित डिलेवरी होब बंद होई जाय। काहे से नरैनी जाय मा कइयौ दरकी रास्ता मा ही डिलेवरी होई जात हैं। या अस्पताल मा एक डाक्टर है जउन दुई अस्पताल देखैं के मारे 3 दिन ही आवत है। एक वार्ड ब्वाय अउर एक ए.एन.एम. है।
वार्ड ब्वाय जगदेव का कहब है कि आदेश तौ आ चुका है, पै एक भी डिलेवरी नहीं भे आय।
ए.एन.एम. ममता कहत है कि जंगली इलाका है, तौ रात मा डर लागत है। या मारे रात मा न रूकिहौं। दिन के केश निपटा सकत हौं। डिप्टी सी.एम.ओ. अनिल कुमार सिंह का कहब है कि 23 जून 2014 का नरैनी ब्लाक का चार्ज मिला है। या मारे ज्यादा जानकारी निहाय। जांच कइके कारवाही की जई।
सुविधा नहीं पर डिलेवरी का आदेश
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