आय, जाति, निवास जइसे के जरूरी कागजात बनवावैं खातिर सरकार कइत से गांव-गांव मा खोले गे जनसेवा केन्द्र मड़इन का लाभकारी साबित होत नहीं नजर आवत आय। हर साल के जइसे स्कूल कालेज खुलतै आय, जाति अउर निवास प्रमाण पत्र बनवावब बहुतै जरूरी होई जात है। जन सेवा केन्द्र अउर लोकवाणी जन सेवा केन्द्र के होय के बाद भी विभागन मा वतनी ही लम्बी लाइन लाग रहत है जेतनी कि इं केन्द्र खुलैं से पहिले लागत रहै। अगर या स्थिति है, तौ सरकार कइत से ई-गर्वनेंस के जरिया दीन जाय वाली छब्बीस सुविधा का वादा सिर्फ सरकार तक सीमित एक व्यवस्था है। जेहिकर गुणगान समय-समय मा कीन जात रहत है।
कस्बन व गांवन मा खुले जन सेवा केन्द्र अउर लोकवाणी जन सेवा केन्द अगर मड़इन का सुविधा दें मा पीछे हैं तौ यहिकर कारन का समझा जा सकत है। या समझा जाय कि इं केन्द्रन के सही जानकारी मड़इन का निहाय। या फेर कि इं केन्द्रन का काम यतना अव्यवस्थित है कि मड़ई हेंया काम करावैं का भरोसा नहीं बना पावत आय। या रूपिया ज्यादा ले वाली बात भी है। या कुछ अउर भी होई सकत है। यहिके खातिर जरुरी है कि जिला का प्रशासन जनसेवा केन्द्र अउर केन्द्र चलावैं वालेन के निगरानी राखै। तबहिने आय जाति प्रमाण पत्र जइसे कागजात का तैयार करैं खातिर दीन गे केन्द्रन के सुविधा व्यवस्थित होई पाई।