जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, कस्बा मऊ, यमुना नदी। हिंया 11 मई का यमुना नदी मा पीपा के पुल बने का लइके साठ मड़ई मिल के धरना प्रदर्शन करिन हवैं। उंई कहिन कि जबै तक मांग पूर न होइ तबै तक धरना चलत रही।
मऊ अउर सरांय अकिल का जोड़ै खातिर दुइ किलोमीटर आर.सी.सी. पुल बनावैं का आदेश पूर्व मुख्यमंत्री मायावती मार्च 2011 मा दिहिस रहै। आदेष मा रहै कि मार्च 2015 का पुल बन जाये का चाही। पुल बनै खातिर मार्च 2011 मा पांच सौ करोड़ रूपिया पास भा रहै। नवम्बर 2011 से दुई किलो मीटर लम्बा पुल बनै का काम कौशाम्बी सेतू निगम के तरफ से चालू करवा दीन गा रहै। पै पुल अबै तक बन के तैयार नहीं भा हवै।
विभाग से मड़ई कइयौ दरकी षिकाइत करिन तौ उंई कतौ बजट न होय का बहाना करत है तौ कतौ बरसात का। अब इनतान के गर्मी मा कौशाम्बी से मऊ आवै मा यमुना नदी के गरम रेत का हिल के आवै का परत है। मड़ई सेतु निगम से या भी मांग करिन कि जबै तक पुल पूरी तना बन के तैयार नहीं होत है तौ पीपा के पुल ही बनवा दे। पुल बने से चित्रकूट अउर कौशाम्बी जिला के लगभग बीस गांवन के मड़इन का सुविधा होइ।
16 फरवरी 2015 का मऊ के लगभग पचासौ मड़ई मिल के कर्वी मा डी.एम. का दरखास दिहिन। डी.एम. काम शुरू करवा दिहिन अउर काम कौशाम्बी सेतु निगम कार्यालय से हटा के बांदा सेतु निगम के हाथ मा दईं दिहिन पै काम पूर नहीं भी।
तहसीलदार कतवारूराम का कहब हवै कि हम जल्दी से जल्दी सेतू निगम के अधिकारिन से बात करबै कि उंई जल्दी से पुल बनवावै का काम करवावै। चाहे पीपा के पुल बनवावैं या आर.सी.सी. पुल पूर होय।
19 मई का डी. एम. नीलम अहलावत अनसन करै वालेन से मिल के उनके मांग पूर करै का भरोसा दइ के अनसन खतम करवाइस। अनसन करै वाले अभिषेक द्विवेदी, बालकृष्ण रस्तोगी, पीयूष, अवधेश, अंजनी त्रिपाठी, कमलेश, परमात्मा शरण अउर हरिशरण का कहब हवै कि खबर लहरिया अखबार के अंक 16 मा हमार खबर छपी रहै। यहिसे प्रशासन के मड़ई अउर डी. एम. आई रहै अउर हमार मांग पूर करै का भरोसा दिहिन। डी.एम. बजट का देख के पीपा के पुल बनै का भरोसा दिहिन अउर गर्मी बरसात मा स्टीमर चलवावैं का कहिन हवै। डी.एम. कहिन कि एक बरस मा आर.सी.सी. पुल बन जई। अबै तक पुल बनै का बजट पांच सौ करोड़ रूपिया कइ दीन गा हवै।
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