इस साल सूखे ने 2002 को रिकार्ड टोर दओ हे। चारऊ केती जानवर ओर किसान परेशान हे। आदमी भूषा घास के कारन जानवर बेंचत हें।
ब्लाक कबरई, कस्बा श्रीनगर के छोटेलाल कहत हे की तीन बैल हे। एक बेंचत हे। काय से बारिस नई भई। आदमी के खायें खे आनाज नइयां तो जानवरन खा का खबाहे। एई से बैल बेंचत हे। सूखा के करन कोनऊ नई खरीदत हे जोन खरीदें खे तैयार भी होत हे ऊ भी बोहतई कम दाम में खरीदत हे। रामभरोसा कहत हे की दो हजार रुपइया को कुन्तल गल्ला ओर एक हजार रुपइया कुन्तल भूषा बिकात हे, तो कित्तो खरीदहें। ऊ भी ढूढ़े नई मिलत हे। ब्लाक जैतपुर, गांव बम्हौरी ओर कमालपुरा के हल्के रामनाथ ओर गनेशी कहत हे की सरकार ने सूखा घोसित तो कर दओ हे, पे जानवरन के लाने कछू नई सोचो हे। चारऊ केती सूखी जमीन ओर कुआं तालाब सूखे परे हे। खेतन में जानवर प्यासे फिरत हे। लेखपाल भी मुंह देखी चेक बनत हे। हजार दो हजार रूपइया में आदमी खुद पेट पालहे जा जानवारन को भरहे। तहसीलदार रामजी कहत हे की अभे चुनाव के कारन काम नई हो पाउत हे चुनाव के बाद जानवरन के लाने पानी ओर भूषा विवस्था कराई जेहे।
सुखे की मार से जानवर परेशान
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