खबर लहरिया जवानी दीवानी सिविल परीक्षा में पास हुई उम्मुल खेर की कहानी

सिविल परीक्षा में पास हुई उम्मुल खेर की कहानी

 

साभार: फेसबुक/उम्मुल खेर

इस साल यूपीएससी की सिविल परीक्षा में सफल 1099 अभ्यर्थियों में से एक खास कहानी है उम्मुल खेर की। एक बीमारी से ग्रस्त उम्मुल के पास जब उनके परिवार का सहारा भी नहीं था तब उन्होंने अकेले ही अपने सपनों को सच कर दिखाया।

उम्मुल दिल्ली की रहने वाली हैं। वह हड्डियों की एक गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं। ‘ऑस्टियो जेनेसिस’ नामक ये एक ग्रस्त बीमारी है जिस वजह से उम्मुल की हड्डियां बहुत कमजोर हैं। वह हल्की सी चोट बर्दाश्त नहीं कर सकतीं और उनकी हड्डियों टूटने का खतरा लगातार बना रहता है। इस कमजोरी के चलते उनकी हड्डियां अब तक 16 बार टूट चुकी हैं। इतना ही नहीं, उनके 8 ऑपरेशन भी हो चुके हैं।

परिवार से उनको अलग कर दिया गया, और उम्मुल ने अपने गुजारे के लिए रोज ट्यूशन देना शुरू किया। एक बच्चे को पढ़ाने पर उन्हें महीने के 50-100 रुपये मिल जाते थे। दूसरों को पढ़ाने के अलावा अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए वह दिन में स्कूल भी जाती थीं। सिविल परीक्षाओं की तैयारी भी करती थीं।

अपने दम पर जिंदगी गुजार रहीं उम्मुल ने 31 मई को जारी किए गए सिविल सेवा परीक्षा के परिणामों में 420वीं रैंक हासिल कर, पास कर लिया है।