जिला लखनऊ, भरतपुरी मोहल्ला। यहां के निवासी सफीक के घर में सिलेण्डर फटने से पूरे घर का सारा सामान 3 फरवरी 2014 को जलकर राख हो गया। घर के नाम पर दिवारें ही बची हैं।
सफीक ने बताया कि हमारे घर में छह लोग का परिवार है। मेरी पत्नी बेटे और दो बेटियां। 17 साल की बेटी नफीसा खाना बना रही थी। जब गैस की महक आने लगी तो मेरी बेटी नफीसा ने सिलेंडर बन्द कर दिया। पर लीक होने के कारण गैस निकलना बन्द नहीं हुई। तब हमने सबको बाहर कर दिया। अचानक आवाज आई पीछे मुड़कर देखा तो सब जल रहा था।
सफीक की पत्नी रजिया बेगम ने बताया कि सारा सामान राख हो गया लेकिन बच्चों की जाने बच गई। अब हमारे खाने के बर्तन और लेटने के लिए बिस्तर भी नहीं है। रिस्तेदारों ने एक कमरा दिया है। जब तक हमारा घर नहीं बन जाता तब तक हम वहीं रहेंगे। हमारा लाखों का सामान जल गया। हमारे ऊपर गमों का पहाड़ टूट पड़ा।
सिलेंडर फटने से सब बर्वाद
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