जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव गोरेमऊ कलां। हेंया के दलित बस्ती का नाला लगभग साठ मीटर नाला तीन साल से अधूरा परा है। यहिके खातिर प्रधान कउनौ ध्यान नहीं देत आय।
गांव के गोरे लाल अउर पंचा बतावत है कि हमरे बस्ती का नाला अधूरा होय के कारन बरसात के समय घरन मा पानी भर जात है। मड़इन का निकरैं मा परेशानी होत है। दरवाजे से सटे नाला मा जंगल जइसे चारा जमा रहत है अउर बड़े पौधा ठाड़ रहत है। यहिसे गर्मी के दिनन मा किरवा निकरैं का डेर लागत है अउर दुआरे मा बइठे नहीं रहि जात आय। शाम होतै मच्छरन के फौज आ जात है। सोचत हन कि नाला बन जाय तौ नींक है।
पंचायत मित्र राम भइया का कहब है कि नाला लगभग साठ मीटर लम्बा है जउन बजट न होय के कारन अधूरा है। वहिके खातिर पिछले साल प्रस्ताव बना के भेजा गा रहै। बजट न आवैं के कारन काम रूका है।