जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव बड़ेहा। हेंया के चन्द्रकली का 15 जून 2013 का वहिका मनसवा पंचू खूबै मारिस रहै। चन्द्रकली के ससुराल बांदा शहर का मोहल्ला छाबी तालाब आय। यहिसे वा मनसवा के खिलाफ रपट लिखावैं खातिर परेशान है।
सास चुन्नी का कहब है कि या नींक तान नहीं रहत आय। या घर का काम नहीं करत न कहा मानत आय। तीन दिन से दूसर जघा जाय खातिर तैयार जो मना करत हन तौ लड़ाई करत है। या हमका खुदै रहै नहीं देत आय। मोर लड़का यहिका लिखा पढ़ी से लिवा लावा है। हम कहत हन कि जउनतान लिखा पढ़ी से आई हा वहितान लिखा पढ़ी से चली जा।
चन्द्रकली का कहब है कि मनसवा पंचू दुई साल पहिले मोहिका जबरन लिखा पढ़ी से लिवा लावा रहै। एक साल वा नींक तान राखिस है। यहिके बाद से मारपीट करत है अउर ओढ़ना कपड़ा खर्चा कुछ नहीं देत आय। वा अतरे दिन मारपीट है। सास चुन्नी अउर मनसवा पंचू 15 जून 2013 का लाठी डंडा से बहुतै मारिन अउर घर से निकार दिहिन।