जिला बांदा। नरैनी ब्लाक, गांव झब्बू पुरवा के आंगनबाडी कार्यकर्ता के हिसाब से सितंबर 2014 मा कुपोषित बच्चा ही न रहै। होंआ स्वास्थ्य विभाग के सर्वे मा नवम्बर 2014 जीरो से पांच साल तक के दुई सौ अट्ठावन बच्चा अति कुपोषित पाये गे हैं।
खबर लहरिया अखबार नवम्बर के अंक 317 (19-25 नवम्बर 2014) मा सेहतमंद मां और बच्चा के नाम से विशेष रिपोर्टिंग कीन गे रहै। जेहिमा नरैनी ब्लाक मा कुपोषित बच्चन का सरकारी आंकड़ा रहै। वहै समय बांदा डी.एम. सुरेश कुमार प्रथम 14 नवम्बर के पोलियो अभियान मा जिला अस्पताल मा बच्चन का पोलियो पिलाइन। साथै स्वास्थ्य विभाग से कुपोषित बच्चन का आंकड़ा मांगिन रहैं। या मारे नवम्बर महीना से पूरे बांदा मा कुपोषित बच्चन के सर्वे कीन जात है। जेहिसे कुपोषित का ढूढ़ा के उनका कुपोषण से बचावा जा सकै। या समय सिर्फ नरैनी ब्लाक मा कुपोषित बच्चन के आकड़ा चैकावैं वाले हैं। झब्बू पुरवा आंगनबाडी केन्द्र सहायिका सुमन के सहारे चलत हैं। जब सुमन से कुपोषित बच्चन के बारे मा बातचीत भे तौ वहिके हिसाब से गांव मा एक भी बच्चा कुपोषित न रहैं। जबैकि वहै गांव के सुमन पति रामानुज के लड़की कुपोषित रहैं। काहे से 2 महीना के लड़की का वजन डेढ किलो रहै। जबैकि लगभग 5 किलो वजन होय का चाही। वा गांव मा सर्वे के हिसाब से आठ बच्चा कुपोषित पाये गें हैं।
नरैनी बाल विकास परियोजना कार्यालय के इन्चार्ज सी.डी.पी.ओ. ऊषा कहत हैं कि नरैनी ब्लाक के सर्वे मा दुई सौ अट्ठावन अति कुपोष्
िात बच्चा निकले हैं। इं आंकड़ा ब्लाक अउर अस्पताल मा भेज दीन गे है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी इशरत जहां कहिन कि अबै पूरे बांदा जिला मा सर्वे का काम चलत है। आंकड़ा इकट्ठा करैं से कुपोषित बच्चन का ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचावैं चाहित है।
सर्वे मा निकले अति कुपोषित बच्चा
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