उत्तरप्रदेश कहे का तौ देश का सब से बड़ा राज्य हवै, पै या राज मा समस्या से ज्यादा कुछ भी बड़ा नहीं आय। हिया आय दिन सरकार के नियम कानून बदलत रहत हवै। जेहिके कारन आम जनता दर दर के ठोकर खात रहत हवैं अपने काम खातिर। सरकार बदली योजना के नाम भी बदलतै लागत हवै जइसे राशन कार्ड बदले जात हवैं। जबै कि राशन कार्ड बनावै का नियम हवै कि हर दस साल मा नवा बनावा जात हवै। पै बुन्देलखण्ड के चित्रकूट जिला मा या समय आम जनता परेशान हवै काहे से कि उनकर राशन कार्ड नहीं बनत आय ना तौ कउनौ जानकारी दीन जात आय? उत्तरप्रदेश मा जबै अखिलेश के सरकार रहै तौ उई राशन कार्ड आनलाइन करवाइन रहैं अउर वहिमा आपन फोटो भी लगवा दिहिस रहैं। या बात वर्तमान मुख्यमंत्री योगी का नीक नहीं लाग या फेर से राशन कार्ड बनवाये जात हवै का जनता यहै काम मा हमेशा लाग रही?
कर्वी कस्बा मिशन रोड के कइयै मड़इन का कहब हवै कि हमार पूरान राशन कार्ड कोटेदार लइगा हवै, कहत हवै कि दूसर बनवाब. हम कहां कहां जई हर दुइ महीना मा तौ सरकार का नियम बदलत हवै। यहिसे हम पचे बहुतै परेशान होइत हन न तौ मजदूरी कइ पाइत हन न घर के काम दिन दिन भर कम्प्यूटर के दुकान मा लाग जात हवै। शाम का पता लागत हवै कि दूसरे दिना काम होइ? पहाड़ी कस्बा के मड़इन का कहब हवै कि जेहिकर राशन कार्ड बिल्कुल नहीं बने आहीं उनकर बनावै का आदेश आवा हवै। पै अधिकारी अउर करमचारी सब का परेशान करत हवैं। कहत हवै कि अखिलेश के फोटो लाग वाला राशन कार्ड ना चली। जबै कि राशन कार्ड ना बदला जई केवल आधार कार्ड नम्बर लगावै का हवै। पै तबहूं मडई परेशान होत हवैं। कत्तो बीस रुपिया तौ कत्तो पचास रुपिया आनलाइन करवावै मा लाग जात हवै। सरकार आपन पूर जिम्मेदारी तौ जनता के ऊपर थोप देत हवै। का जनता के लगे अउर कउनौ काम नहीं आय? का योगी राज मा जनता यहिनतान परेशान होत रही या जनता का कतौ सूकून मिली?