जिला बांदा, कस्बा बांदा गधेड़ परिवार के मड़इन का एक न एक मुसीबत का सामना करे का पड़त हैं।अबै तक बालू खनन के रोक से परेशान रहै है।अब गधा मा फइली बीमारी के कारन परेशान है।जिला बांदा, कस्बा बांदा गधेड़ परिवार के मड़इन का एक न एक मुसीबत का सामना करे का पड़त हैं।अबै तक बालू खनन के रोक से परेशान रहै है।अब गधा मा फइली बीमारी के कारन परेशान है। पशु विभाग के डाक्टर गधा के खून का नमूना के जांच करिन है जेहिमा ग्लैंडर्स फारसी बीमारी पाइ गे है।पै गधेड़ परिवार के मड़ई कहत है कि सरकार सजिश करत है अउर हमार जानवर का जान से मारत है। जेहिसे हमार बालू का धंधा बंद होइ जाये। पशु विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर एस.के अग्रवाल का कहब है कि हर महीना गधा के खून के जांच कीन जात है जेहिमा छह गधा के खून मा बीमारी पाई गे है या बीमारी का कउनौ इलाज नहीं आय।यहै कारन मड़इन के हित खातिर जानवरन का मारा जात है। मोहनीश अउर ज्ञानी बताइन कि डाक्टर अउर पुलिस वाले आये है अउर हमार जानवरन का इंजेक्शन लगा के मार डालिन है अउर गड्डा मा गड़वा दिहिन है।हमार जानवर के मुंह से खून निकलत रहै अउर सुखान चले जात रहै पहिले डाक्टर से दवाई कराइत रहेन तौ ठीक होइ जात रहै पै अब जानवर सुखान चले जात रहे हैं। गया प्रसाद बताइस कि गधा मा इनतान के बीमारी के खबर बालू माफिया वाले फइलाइन है जेहिसे हमार धंधा बंद होइ जाए अउर माफिया वाले मनमाना रुपिया लें। बीमारी फइलत है तौ मुहल्ला मा पता चलत है अउर जानवर से जानवर का बीमारी फइलत है।जानवर से मड़इन मा बीमारी नहीं फइलत आय। गीता बताइस कि हमार जानवर बीमार नहीं आय।गधा मा बस मा बीमारी बतावत है जउन जानवर गन्दगी खात है उनका बीमारी नहीं फइलत आये।सरकार बीमारी का बहाना कइके हमार जानवर मार डालत हैं हम आपन जानवरन के दवाई करावे जानित हन। अनीता सोनकर बताइस कि कइयौ पीढ़िन से हम गधा पालित हन। हम जानवर का आपन बच्चा जइसे पालित है यहै कारन दुख होत है कि इंजेक्शन लगा के जानवर मार डालत है वहिकर कुछौ दवाई नहीं करत आहीं।
रिपोर्टर- गीता देवी
Published on Jul 4, 2017