नसेनी गांव कि छोटी नाम के दलित मेहरिया आपन सयान लड़की के साथै खुले आसमां के नीचे कुआ के जगत मा आपन गुजारा करत है पै आज तक प्रशासन वहिका सरकारी योजना का लाभ नहीं दिहिस जबै खबर मीडिया मा पड़ी है, तौ प्रशासन दबाव मा वहिके चक्कर काटत है अउर वहिका सब सुविधा देय का भरोसा देत है। अब देखित है कि या उनकर भरोसा कबै तक पूर होई।
छोटी बताइस है कि मोरे जमीन नहीं आय। खूब मांग कीन्हें हौ कहत है कि मिल जइ, पै देर लागी बरसात मा इधर-उधर खटिया अउर वहिके ऊपर पन्नी ड़ार लेइत है। लड़का बच्चा लइके वहिके नीचे रहित है। लालाराम ग्रामीण का कहब है कि वा हुंवा कुआ के जगत मा बनावत खात है। वहिके जगा जमीन नहीं आय। आपन बहनी, बहनोई के घर मा रहत रही है। अब वहिके लड़का बच्चा होइगे हैं, तौ सबै अलग होइगे हैं।
प्रधान प्रतिनिधि जमीन हुसैन का कहब है कि पति के मरे के बाद से या आपन बहनी बहनोई के हिंया रहै लाग है। हिंया यहिका सबै कुछ बन गा है राशनकार्ड, आधारकार्ड अउर पहचानपत्र बस यहिका नाम परिवार रजिस्टर मा नहीं जुड़ा आय। हिंया एसडीएम, सीओ अउर बीडीओ साहब आये हैं। जउन छुआछूत का आरोप लगावत है तो कउनौ गांव के मड़इ गवाही दिहिन काहे से मोर नेचर अइसा नहीं आय। मोर सबसे बढ़िया खानपान है मैं तौ चाहत हौं कि सबै कोउ खुश रहै। मैं पंचायत भवन के सफाई कराये हौं कि अबै हुंवा या छोटी नाम के मेहरिया के रहै के सुविधा होई जाय। हुंवा कानूनगो, लेखपाल अउर एडीओ पंचायत सबै रहै। पै वा मना कई दिहिस की मैं हिंया ना रहिहौं। मोहिका स्थाई आवास दीन जाय। तौ मैं कहे हौं कि कम से कम छह महीना तौ लाग जईहे। अबै प्रधानमंत्री आवास आवै के सूचना है तौ वहिका नाम सूची मा जोड़ दीन गा है।
लेखपाल राजेन्द्र प्रसाद का कहब है कि मैं आपन कइती से गये हौं। हुंवा जउन खाना पीना बनत रहै तौ लइके जहां वा पहले से रहत रहै वहिका हुंवा शिफ्ट करवाए हौं। कोटेदार से 15 किलो गल्ला 10 किलो चावल अउर तेल देवा दीने हौं। जमीन देखके दीन जई।
बीडीओ लालव्रत यादव का कहब है कि वहिका पंचायत भवन मा रहै का कहा गा, पै छोटी मना कई दिहिस है। अबै एसडीएम कांशीराम के व्यवस्था करवाया अउर अगर वा एग्री होई जई तौ वहिका हिंया लावा जई। जमीन नहीं आय पै आवास का प्रधान से कहे हन कि कउ नौ पट्टा देवा दें। एसडीएम साहब भी यहै कहिन कि देखित है अगर कउनौ पट्टा मिलत है तौ देवा दीन जई अउर प्रधानमंत्री आवास वहिके नाम दीन जई।
रिपोर्टर: गीता