चित्रकूट जिले में मानिकपुर ब्लॉक के गांव खरौक के 20 वर्षीय लवलेश आज के समय के युवाओं से एकदम अलग हैं। लवलेश ने समाजसेवा के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ दी। गांव में सुविधाएँ लाने के लिए अपने घर को अनदेखा कर दिया।
लवलेश अपने सपनों से ज्यादा समाज और अपने गाँव के सपनों के लिए काम कर रहे हैं।
लवलेश बताते हैं, हम कुछ लोगों ने मिल कर आभास भारत नाम का संगठन शुरू किया है। हम लोग जमीनी तौर पर लोगों की समस्याओं और उनकी तकलीफों को जान कर उनके लिए कार्य करते हैं। लोगों की रोजमर्रा की परेशानियों को सुन कर हम सभी आपस में उनका हल खोजने की कोशिश करते हैं। यदि हमारे स्तर से ही कार्य पूरा हो जाता है तो ठीक, अन्यथा हमारा संगठन प्रशासन की मदद लेता है और लोगों के लिए कार्य किया जाता है।
लवलेश के छोटे भाई संतोष, अपने भाई के बारे में बताते हुए कहते हैं कि भाई में बचपन से ही एक लीडर बनने के गुण थे। भाई अक्सर बच्चों की टोली बना कर छोटे छोटे काम किया करता था और गाँव में भी किसी की भी मदद के लिए हमेशा आगे रहता था।
लवलेश अपने सगंठन के उद्देश के बारे में बताते हुए कहते हैं, इस का मुख्य उद्देश है कि भारत के अन्दर जितनी भी मूल समस्याएं हैं उनके खिलाफ एक बड़ा आंदोलन किया जाये। एक ऐसी सामाजिक, आर्थिक क्रांति की जाए जिससे वंचित तबके को आगे बढ़ाया जा सके।
अपने आगे के लक्ष्यों के बारे में लवलेश कहते हैं कि मेरे जीवन में दी ही चीजें प्रमुख हैं। एक राजनीति और दूसरा धर्म। आने वाले समय में यदि कभी मुझे ऐसा लगा कि भारत में एक विचारिक क्रांति की बहुत जरूरत है तब मैं सब कुछ छोड़ कर एक संत की जिंदगी जीना चाहूँगा।
रिपोर्टर- नाजनी
29/05/2017 को प्रकाशित