जिला फैजाबाद, ब्लाक मया, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र। हिंआ प्रसव के ताई आई मेहरारू का समय से खाना नास्ता नाय मिलत। बारह बजे तक भूखा रहाथिन मरीज।
लचकवा गांव कै मीरा बताइन कि 2 नवम्बर का रात मा प्रसव के ताई आयन। दुसरे दिन 3 नवम्बर का बारह बजे के बाद नास्ता मिला है। रेवरी गंाव से आई मंजू बताइन कि 5 नवम्बर का रात मा तीन बजे एम्बूलेन्स के ताई फोन कै गा तौ व्यस्त कइके रख दिहिन। प्राइवेट गाड़ी से आयन। पन्द्रह किलो मीटर दूर घर बाय। बारह बजे तक खाली पेट रहिन। जब नास्ता नाय मिलत तौ अउर सुविधा कै कवन उम्मीद करै। स्टाप नर्स बताइन कि खाना कै ठेका भै बाय। सूरज ढाबा वाले बताइन कि हमैं सुबह आठ बजे से पहीले मरीजन कै संख्या बताय दिया करै तौ हम वही हिसाब से खाना नास्ता भेजा करी। लकिन केहू सूचित नाय करत।
ठेकेदार दीपक बताइन कि सुबह नास्ता मा दूध, ब्रेड, बिस्कुट भेजा जाथै। जब अस्पताल से बतावा जाय कि केतना खाना चाही तौ वहि हिंसाब से खाना भेजी। लकिन बतउतिन नाय। कार्यक्रम अधिकारी सरवत बताइन कि हमार काम सिर्फ बजट कै आय। केतना मरीज हइन नास्ता आये कि नाय ई ठेकेदार कै काम आय।
समय से नाय मिलत खाना नास्ता
पिछला लेख