हम बचपन से टीवी मा सन्डे हो या मंडे रोज खाओ अंडे या प्रचार देखित हन। अंडा सेहत के लाने भी बहुतै फायदा करत हवै काहे से यहिमा प्रोटीन अउर विटामिन होत हवै। यहै कारन मड़ई यहिका खाना अउर नाश्ता मा खात हवै।मड़ई अंडा दे आमलेट, अंडाकरी, भुर्जी समेत कइयौ चीज बना के खात हवै। पै अंडा के दाम बढ़े के कारन गरीब मड़ई नहीं खरीद पावत आहीं। पै अंडा के शौक़ीन मड़ई अंडा जरुर खरीदत हवै अंडा खायें वालेन से सवाल हवै। कि पहिले अंडा आवा कि मुर्गी पहिले आयी हवै जवाब मा गुलशेर खां कहत हवै। कि पहिले मुर्गी आई हवै तबै तौ अंडा होइहैं। मोहम्मद नफीस बताइस कि पहिले अंडा आवा हवै बाद मा मुर्गी आयी हवै। अंडा तौ कइयौ चीज के होत हवैं सांप अउर डायनासोर दुकानदार महमूद बताइस कि मड़ई भूखन मरत हवै। सात–आठ रुपिया के एक अंडा के दाम सुन के भाग जात हवैं। या साल चालिस प्रतिशत अंडा के दाम बढ़ गे हवै काहे से या साल अंडा का उत्पादन बढ़ गा हवै।
रिपोर्टर-नाजनी रिजवी
24/11/2017 को प्रकाशित