जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी। हिंया हर बरस अतिक्रमण होत हवै, पै सड़क का चैड़ीकरण नहीं होत हवै। या कारन लाखन मड़ई परेशान होत हवै। अगर सड़क चैड़ी होइ जाये तौ उंई बार-बार सड़क के किनारे दुकान न लगावै अउर सरकार मड़इन का दुकान लगावै के जघा भी दे। या कहत हवैं कर्वी के मड़ई।
या मामला का लइके खबर लहरिया पत्रकार डी.एम. बलकार सिंह से बात करिन तौ उनकर कहब हवै-“राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण केन्द्र मा दुइ दरकी लिखित भेजे हौं। पहिले सात मीटर से लइके दस मीटर तक नाला बनी। या नेशनल हाईवे रोड हवै।”
कर्वी मुहल्ला शंकर बाजार के रामू का कहब हवै कि अतिक्रमण तौ होइ जात हवै। मड़इन के दुकान अउर घर तक गिरा दीन जात हवै। या कारन मड़ई खाय, कमाये अउर रहै खातिर परेशान रहत हवैं, पै या सड़क का चैड़ीकरण नहीं होत हवै। पता नहीं कि सरकार काहे गरीबन का खून चूसै मा लाग हवै।
कुछ यहिनतान कहत हवै- बस अड्डा के लगे दुकान लगावैं वाले दस मड़ई कहिन गरीबी हवै। हमरे लगे येत्त रूपिया नहीं आय कि कत्तौ किराये के दुकान लइके खोल सकैं। यहै से सड़क के किनारे दुकान लगाइत हन, पै सरकार हर बरस अतिक्रमण शुरू कीने रहत हवै। सरकार एक दरकी सड़क का चैड़ीकरण करा लें। मड़ई काहे का फेर से दुकान लगावै। रूपिया लाग जात हवै। फेर वहिनतान भूंखन रहैं का मजबूर होइ जात हन। सरकार दुकान खोलैं के जघा दें तौ सही आय।