जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव बिसंडा से बांदा तक के 30 किलोमीटर सड़क बिलकुल जर्जर हालत मा है। सड़क येत्ती ख़राब है कि मड़इन का अतर्रा अउर बबेरू घूम के जाये का पड़त है।या सड़क से रोज हजारों साधन निकलत है।पै सड़क बनवावै का विभाग ध्यान नहीं देत आये।
पिंटू बताइस कि बांदा जात के 1 घंटा के जघा 2 घंटा लागत हैं। सड़क के हालत बहुतै ख़राब है। जरुरी समय मा हमें घूम के अतर्रा जायें का पकड़ है। भूरेलाल बताइस कि हम साइकिल से अइत जइत हैं पै गिट्टी अउर गड्डा के कारन साइकिल पंचर होइ जात है।
टैम्पो वाला बलराम सिंह बताइस कि सड़क मा गड्डा बहुतै हैं गाड़ी ख़राब होइ जात हैं। दुइ चार दिन मा बनवावै का पड़त है। तांगे वाला रमेश बताइस कि समय ज्यादा लागत है तौ सवारी बहुतै कम बइठत हैं। इच्छाराम बताइस कि सड़क ख़राब होय से हेंया आये दिना एक्सीडेंट होत रहत हैं अउर गाड़ी भी पलट जात हैं। 2002 मा मोर भतीजा के एक्सीडेंट मा मउत होइ गे रहै।
पी.डब्ल्यू डी.के आधिषाशी अभियंता अमर सिंह का कहब है कि 11 किलोमीटर सड़क बनावै का प्रस्ताव तैयार कीन गा है। चुनाव के कारन देर होइ गे है। जून तक सड़क बनबा दीन जई।
रिपोर्टर- गीता
12/04/2017 को प्रकाशित