जिला झांसी, शहर झांसी आदमियन ने स्वच्छ भारत के मिशन के तहत शौचालय के फॉर्म तो भरे लेकिन उन्हें शौचालय आज तक नइ मिलो। प्रधान की तरफ से खुद से निर्माण कराबे के लाने कई जा रई जो जानत भये भी के दो वक़्त की रोटी भी उन्हें मुश्किल हे उनके पास रुपइया किते से आहे।जिला झांसी, शहर झांसी आदमियन ने स्वच्छ भारत के मिशन के तहत शौचालय के फॉर्म तो भरे लेकिन उन्हें शौचालय आज तक नइ मिलो। प्रधान की तरफ से खुद से निर्माण कराबे के लाने कई जा रई जो जानत भये भी के दो वक़्त की रोटी भी उन्हें मुश्किल हे उनके पास रुपइया किते से आहे। सुमन ने बताई के सेकेट्री और प्रधान बोल रए के रुपइया लगाओ पहले फिर बन हे तुमाय शौचालय। अगर रुपइया होते तो पहले ही नइ बनबा लेते। हम काम वाले आदमी मोड़ी मोड़ा तो पाल नइ पा रए शौचालय कैसे बनबा हे। लीलावती ने बताई के बहुत दूर जाने परत कम से कम दो किलो मीटर बरसात में बोहतई परेशानी होत सब को बच्चन को बूढ़न। प्रधान और सेकेट्री के पास कागज ले जात और बनवात बनवात परेशान हो गये। संग से आदमियन की दो दो बन गयी। अंजली ने बताई के पानी की परेशानी की बजे से नइ बन पा रए शौचालय बन जेहे तो उनको उपयोग केसे कर हे। प्रेम कुमारी ग्राम पंचयात अधिकारी ने बताई के बारह हजार रुपइया सरकार देहे शौचालय के लेकिन पहले अपनों लगाओ बाके बाद सरकार देहे। गड्डा और थोड़ो सो समान लिया बे पहले ही छह हजार दे रई सरकार। संतोष गौतम ग्राम विकास अधिकारी ने बताई के आदमियां को तीन क़िस्त में मिल हे बारह हजार रुपाईया पहले छह हजार की चेक मिल हे फिर तीन तीन हजार की चेक आहे
रिपोर्टर- सोनी
Published on Jul 12, 2017