जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव भरकोर्रा मा आधे से ज्यादा घरन मा शौचालय नहीं बनें आहीं। गांव के हालत या हवै कि जउन शौचालय बनत हवै वहिमा भी मिलावट हवै। या समस्या के बारें मा सी. डी. ओ. जय प्रकाश पाण्डेय का कहब हवै कि हुंवा के मेहरिया शौचालय के शिकायत करिन हवै। वी. डी. ओ. से जांच खातिर कहा गा हवै। जांच मा सही पावा जई।
राजेश का कहब हवै कि हमार पास न एकौ बिसवा जमीन आय, न राशनकार्ड आहीं, न शौचालय बनें आहीं। यहै कारन शौच खातिर बाहर जायें का पड़त हवै। प्रधान से शौचालय खातिर कइयौ दरकी कहे हन पै प्रधान सुनत नहीं आय।
राजमन बताइस कि हमार पूर परिवार शौच खातिर बाहर जात हवैं। रात-बिरात पेट खराब होइ जाय तौ बाहर जायें मा बहुतै डेर लागत हवै। गुड्डन का कहब हवै कि आठ- नौ साल से बीमार हौं, खांसी, बुखार मा पड़ी रहत हौं। इलाज अउर खायें खातिर रुपिया नहीं आय तौ शौचालय कसत बनवई। शौच खातिर बाहर जायें मा हांफी आवे लागत हवै। सरोज का कहब हवै कि प्रधान शौचालय बनावें खातिर दुई बोरिया गिट्टी, दुई बोरिया बालू, दुई बोरिया सीमेंट अउर सात सौ ईटा दिहिस रहै। हम आपन मुड़े मा पूरा सामान ढोय हन। प्रधान शौचालय बनवावै खातिर एकौ रुपिया मजदूरी नहीं दिहिस आय, यहै कारन शौचालय अधूरा पड़ा हवै।
बिट्टी बताइस कि सात सौ ईटा मिली हवै तौ बहुतै खराब हवै, दुई सौ ईटा टूट गयी हवै। शौचालय बनावें खातिर बहुतै खराब सामान दीन जात हवै।
रिपोर्टर- नाजनी रिजवी
Published on Feb 2, 2018