जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव शहबाजपुर। हेंया के 2011 के शीलू काण्ड से कउनौ अनजान निहाय। वहिके सुरक्षा खातिर हाई कोर्ट के आदेश से 10 सुरक्षा कर्मी होय का चाही, पै या समय कुल 7 सुरक्षा कर्मी हंै। कइयौ दरकी शीलू पूरे 10 सुरक्षा कर्मी के मांग करिस है, पै शासन प्रशासन कउनौ ध्यान नहीं देत आय।
शीलू बताइस कि तीन साल पहिले पूर्व विधायक पुरूषोत्तम नरेश द्धिवेदी वहिके साथै बलात्कार के सजा मा मा जेल मा बंद है। वा तीन साल के बाद पैरोल के तहत तीन महीना खातिर जेल से बाहर आवा रहै। तीन महीना के बाद वा वापस जेल नहीं गा अउर दुई महीना तक फरार रहा है। कइयौ दरकी मोरे लगे सुलह समझौता का दबाव भी आवा है। समझउता न करै मा देख ले के धमकी मिली है। मोरे ऊपर जान का खतरा है। मैं पूरे सुरक्षा कर्मियन के मांग कइयौ दरकी कई चुकी हौं, पै कउनौ सुनवाई निहाय।
तीन साल से बिना व्यवस्था के हैं सुरक्षा कर्मी
शीलू के सुरक्षा खातिर लाग 7 सुरक्षा कर्मी इनतान के विकराल गर्मी मा रहैं का मजबूर हंै। कांस्टेबल विपुल मिश्रा अउर सब इंस्पेक्टर शाहजहां सिद्दकी बताइन कि हेंया न हमरे खातिर बिजली के व्यवस्था है न पानी के। विभाग के तरफ से दुई पंखा दीन गे हैं उंई भी खराब हैं। नदी मा नहाय जाय का परत है अउर 500 मीटर से पानी पियैं खातिर लइत है। शाहजहां सिद्दकी यहांै बताइन कि तीन मेहरिया सुरक्षा कर्मी हैं। टट्टी अउर पेशाब घर के सुविधा विभाग नहीं देत है। खुले मा नहाय अउर शौच जाय का मजबूर हन। मोर ड्यिूटी हेंया तीन साल से लाग है। मोरे गुर्दा मा पथरी है। मैं हमेशा बीमार रहत हौं। हमीरपुर थाना से मोर ड्यिूटी लगाई गे है। आपन ड्यिूटी बदलै खातिर कइयौ दरकी शासन प्रशासन से मांग करे हन, पै सुनै वाला कउनौ निहाय।
अपर एस.पी. स्वामी प्रसाद का कहब है कि शीलू के सुरक्षा खातिर एक हेड कांस्टेबिल, तीन कांस्टेबिल, एक महिला दरोगा के अलावा समय-समय मा अउर पुलिस कर्मी भेजे जात हैं। अगर वहिका कतौ खास जघा जाय का है तौ हमैं बतावैं हम जइबे, पै वहिके मनमानी न चली।