जिला वाराणसी। बी.एच.यू की एक पीएचडी छात्रा ने विश्वविद्यालय के आईएमएस के स्कीन विभाग के एक डॉक्टर के ऊपर शोषण करने का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि डॉक्टर ने उसे शादी का झांसा दे कर, उसका यौन शोषण किया। और जब उसने डॉक्टर से शादी को कहा तो वह इस बात से मुकर गया। पीड़िता ने इसका मुकदमा दर्ज कराया लेकिन फिर भी डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं किया गया। पीड़िता अब बी.एच.यू. गेट के पास धरने पर बैठ गई है।
पीड़िता ने बताया कि हम 2015 से एक-दूसरे को जानते थे। वो अक्सर शादी का नाम लेकर मेरे साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाता रहा। यही नहीं, मैं जब भी मना करती वो मेरे साथ मार-पिट भी करता था। मेरे शरीर पर आज भी चोट के निशान मौजूद हैं। बात सिर्फ हम तक नहीं थी बल्कि हम दोनों के घर वाले एक दूसरे से मिल चुके थे। लेकिन पिछले कई दिनों से मैं जब भी प्रियांश से शादी की बात करती वो टालता जा रहा था।
इसके बाद मैंने 1090 पर कॉल करके उसकी शिकायत की.। विश्वविद्यालय प्रशासन से मदद मांगी। फिर 27 अप्रैल को मैने लंका थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाई। 19 मई को कार्ट से उसे गिरफ्तार करने और सरेंडर करने का आर्डर आया लेकिन लंका पुलिस ना तो उसे गिरफ्तार कर रही है और ना ही उसके खिलाफ कुछ कार्यवाही कर रही है। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद से वो लगातार मुझे जान से मारने की धमकी दे रहा है। कहीं से जब कोई मदद के लिए आगे नहीं आ रहा तब हार कर मैं यहां धरना दे रही हूं।
रिपोर्टर – रिजवाना तबस्सुम