5 मई को ललितपुर के लालपुर की रजनी की फांसी लगाने से मौत हो गई। 3 मई को कुसमांड गांव के हरिनाम से रजनी की शादी हुई थी। माइके पक्ष का आरोप है कि रजनी के हत्या दहेज के लिए की गई है। जबकि ससुराल पक्ष इन आरोपों को गलत बता रहे हैं। फ़िलहाल मौत के कारण का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पिता अन्जूदी का कहना है कि डेढ़ लाख का नगद सामान गाड़ी और हर सामान दिया है। पचास हजार बाद में देने के लिए भी बोला था, जो जल्दी नहीं दे पाया जिसके कारण इन्होंने मेरी लड़की को जान से मार दिये हैं। लाश खराब होने की बात कहकर मुझसे अंगूठा लगवा लिया है, लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अगर हमें न्याय नहीं मिला, तो हम फांसी लगाकर जान दे देगें।
भतीजी सपना ने बताया कि दीदी, उनकी जेठानी और फूफा ये लोग थे जब मैं दीदी को जगा रही थी, तो उन्होंने मुंह में कपड़ा भरके मारा है, फिर फांसी पर चढ़ा दिया है, और शकरी लगाकर नीचे आ गये, तो सबेरे दीदी को जगाने गये, तो दीदी फांसी में टगी हुई थी। सास गुलाब ने बताया कि दहेज की कोई बात नहीं हुई है और उन्होंने जो दिया है वो यहाँ रखा हैं। हमने एक बात जरूर कहा था, कि दुनिया के लोग गाड़ी देते हैं, तो हमें भी गाड़ी चाहिए। हमने केवल दो चीज की मांग की थी झूठ नहीं बोल रहे हैं। जेठ तेजराम ने बताया कि माइके वाले तो कुछ भी बाते बनाते रहते हैं। हम उसका रहन-सहन तो जानते नहीं थे, क्योंकि उसको आये एक दिन हुआ था? भईया भाभी दोनों सो रहे थे। अचानक 2,3 बजे बिजली चली गई, तो रजनी ने हमारे भाई से कहा कि आप थोड़ा सा नीचे चले जाओं,सबेरा भी हो गया था। मम्मी, दीदी, फूफा सब लोग सो रहें हैं, जगेंगे तो क्या सोचेगें। इसलिए आप नीचे चले जाओ। उसके बाद रजनी ने फांसी लगा ली। जब वो साथ आई भतीजी ऊपर जाकर देखी, तो चिल्ला रही थी। हम सब जाकर अपने बड़े भाई मनोहर को सूचना दी और कोतवाली में सूचना दी तो वो लोग आ गये।
सीओ श्यामनारायण का कहना है कि घटना तत्काल होने की वजह से थाने में मुकदमा भी दर्ज कर पोस्टमार्टम के बाद ही उचित कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्टर: राजकुमारी
Published on May 8, 2018