राजसमन्द, राजस्थान में 6 दिसंबर को एक ऐसी घटना हुई जिसने देश भर में हड़कंप मचा दिया। शम्भूलाल रेगर नामक व्यक्ति ने अफराजुल खान नाम के एक मुसलमान श्रमिक की हत्या कर दी थी जिसका वीडियो उसने सोशल मीडिया पर डाल दिया। इस वीडियो में दिल दहलादेने वाली बात यह थी कि अफराजुल को कुल्हाड़ी से काटने और फिर उसकी लाश को जलाने का पूरा घटनाक्रम वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाला गया था।
एक अंग्रेजी चैनल की खबर अनुसार, आरोपी ने इस बात को कबूला है कि दक्षिण बंगाल से मजदूरी करने आया मजदूर अफराजुल, शम्भूनाथ का टारगेट नहीं था। असल में शम्भूलाल अज्जू शेख नाम ने शख्स की हत्या करना चाहता था। इस मामले में राजसमंद के सीओ राजेंदर राव ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कि कस्टडी में शम्भूनाथ ने बताया है कि अज्जू शेख का जिस लड़की से प्रेमसम्बन्ध था उस लड़की को शम्भूलाल अपनी बहन मानता था। लेकिन असल बात यह थी कि इस लड़की से शम्भूलाल का प्रेमसम्बन्ध था जिसके चलते उसने हत्या की।
पुलिस ने बताया कि अज्जू भी मृतक अफराजुल की तरह मजदूर है जो राजसमंद में काम करता था। शंभू ने अज्जू से फोन पर बात की थी। वह उसे पहचानता नहीं था।
पुलिस ने यह भी बताया कि अज्जू को मारने के इरादे से शंभू झलचक्की इलाके में गया था। उसने अज्जू के बारे में पूछा था, लेकिन उसे कुछ पता नहीं चल पाया। इसके बाद उसने एक मजदूर से अज्जू का नंबर लिया।
सर्किल ऑफिसर राव का कहना है, ‘या तो मजदूर ने शंभू को ठीक से नहीं सुना या उसने यह सोचा कि शंभू को कोई काम करवाना है। उसने सोचा कि क्यों न अफराजुल की मदद की जाए ताकि उसे कुछ काम मिल जाए। तब उसने शंभू को अफराजुल का नंबर दे दिया।’
नंबर मिलने के बाद शंभू ने पांच दिसंबर को अफराजुल को फोन किया। उसने अफराजुल की पहचान करना जरूरी नहीं समझा।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह दिसंबर को शंभू ने अफराजुल को फोन कर बुलाया। उसने कहा कि उसे एक जमीन के चारों तरफ दीवार बनवानी है। इसके बाद शंभू अपने घर गया। वहां से कुदाल और दूसरे हथियार लिए जिनसे उसने अफराजुल की हत्या की थी। उसने अपने भतीजे को भी साथ ले लिया था ताकि वह उसके कृत्य का वीडियो बना सके।
शम्भूलाल ने लव-जिहाद के चलते नहीं बल्कि नफरत के कारण हत्या की थी
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