जिला शिवहर, प्रखण्ड तरियानी के सलेमपुर नवसृजित विद्यालय में चापाकल न हई। जई कारण बच्चा सब के बहुत दिक्कत होई छई। एई विद्यालय में कुल नामांकन एक सौ पचहतर अउर उपस्थिति लगभग डेढ सौ रहई छई।
बच्चा सपना कुमारी, रेणु कुमारी, अमित कुमार कहलथिन कि इहां चापाकल न हई जई कारण हमरा सब के पानी पिये घरे जाय परइय। टिपिन में जब विद्यालय में खाना मिलइय उहो लेके जाहां पर चापाकल रहलक उहां न त घरे जाके खाई छी। विद्यालय के सामने जे चापाकल हय ओइ पर दुरा वाला पानी न पिये दईय। चापाकल जिनका दुरा पर हई उनकर कहना हई कि हम चार घर एइतर छी जेकर अधार इहे चापाकल हई। एकरा खराब होय से हमरा सबके परेशानी हो जाईय। सारा बच्चा सब जब पानी पिये अबई छई त चापाकल के खराब कके रख दई छई अउर प्रधानाध्यापक ठिक भी न करवई छथिन।
प्रधानाध्यापक नेक मोहम्मद मंसारी कहलथिन कि इ विद्यालय 2007 में ही खुललई। पहिले हरिजन बैठका में चलईत रहई। लेकिन जब एकरा जमीन मिललई तब भवन बने लगलई जे पिछला प्रधानाध्यापक ही बनवले छथिन, लेकिन अब उनकर बदली हो गेल हई। हमरा अभी तक भवन के कार्यभार न देल गेल ह जे हम कोनो तरह चापाकल हलवावु। केतना बेर आवेदन देली गुरुगोष्ठी में बात रखली पर को सुनवाई न भेल। जिला शिक्षा पदाधिकारी सत्यनारायण प्रसाद यादव कहलथिन की पी.एच.ई.डी. विभाग के आवेदन दे उहें से विद्यालय में चापाकल देल जतई।
विद्यालय में एहन समस्या
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