जिला चित्रकूट। हिंया अन्ना जानवर सड़क मा बइठ जात हवैं। यहै से एक्सीडेंट होय का खतरा बना रहत हवै। यहै से निपटै खातिर मड़ई प्रधान से लइके अधिकारिन तक का दरखास दिहिन हवंै अउर कांजीहाउस (फाटक) के मांग करिन हवैं। उनके समस्या का सरकार ध्यान दिहिस। विकास भवन मा एक बैनर लगाइस – अन्ना प्रथा अभिशाप हवै। लागत हवै कि अन्ना जानवर खुदै विकास भवन मा धरना मा बइठ हवै।
विकास भवन मा धरना देत जानवर
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