उत्तरप्रदेशमा नगर निकाय चुनाव ख़त्म होतै आपन आपन कुर्सी या हक जमावै हवै मा लाग गे हवैं। नगर निकाय चुनाव तौ होय के बाद अब नगर पालिका अध्यक्ष कुर्सी भी संभाल लिहिन हवैं।पै देखै का हवै कि इं पंचे जनता का केत्ता ध्यान रखत हवैं?
कर्वी के नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता कहिन कि उंई सब से ज्यादा सफाई अभियान का काम तुरतै करवाइहैं।पै कूड़ा कहां फेके का हवै या नहीं सोचित?काहे से चित्रकूट मा तौ कूड़ा फेके खातिर कत्तौ जघा नहीं आय?तौ कूड़ा कहां जई?सरकार चाहे केत्ती कोशिश कइ लें पै जबै मड़इन का सुविधा मिलै लागी तबहिने उंई बदल सकत हवैं?
मानिकपुर के नगर पंचायत अध्यक्ष विनोद दिवेदी का मड़ई निर्दलीय जीताइस हवैं।अब जनता या सोचत हवै कि विनोद जरुर विकास करवइहैं विकास होइ या ना होइ या तौ आवै वाला समय बतई काहे से अबै 15 दिसम्बर से तौ कुर्सी मा बइठे हवैं?पै एक उम्मीद देखात हवै कि उंई जरुर काम करवइहैं?जनता यहै सोच के उनका जिताइस हवै कि या दरकी विनोद का देख लेई?
राजापुर नगर पंचायत अध्यक्ष आदर्श दिवेदी जउन निर्दलीय जीत के आई हवैं।जनता इनका बहुतै सोच समझ के वोट दिहिस हवै कि या दरकी तौ राजापुर का विकास होइ सकै।नहीं तौ पांच साल तौ नगर अध्यक्ष सब आपन घर अउर जेब भरै मा लाग रहत हवैं।अब देखै का हवै कि इं तीनौं अध्यक्ष आपन शपथ मा लीन वादा याद रखिहैं या भूल जइहैं?का इं जनता का विकास करवहैं या अउरन जइसे इं लोग भी आपन विकास करत रहिहैं?