जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव सैमरी। हेंया के राम दुलारी के ज्यादा आय होय के कारन काम रूका परा है। या मारे वा चार महीना से लेखपाल के चक्कर लगावत है।
राम दुलारी बतावत है-“मोर मनसवा फरवरी 2013 मा खतम होइगा रहै। मोरे तीन छोट छोट बच्चा है अब उनके खातिर कउनौ सहारा निहाय। या मारे मैं पारिवारिक लाभ का फारम भरैं का सोचत हौं। वा फारम भरैं खातिर अट्ठारह हजार तक आमदनी का आय प्रमाण पत्र के जरूरत है, पै लेखपाल संतोष मोर बाइस हजार के आय बनाइस है। या मारे मोर परिवारिक लाभ मिलै का फारम रूका परा है। अगर गांवन के गरीब जनता का कउनौ सरकार कइत से लाभ मिलै के सुविधा है तौ बीच के अधिकारी नहीं सुनत आय। मैं अगर अट्ठारह हजार के आय बनावैं का कहत हौं तौ लेखपाल पांच हजार रूपिया मांगत है।”
लेखपाल संतोष कुमार कहत है कि राम दुलारी मोसे कम आय के बात नहीं कहिस आय। दुसरे से कहत है न मोहिसे कउनौ बतावा आय कि यहिके मनसवा के नाम बी. पी. एल. राशन कार्ड है। या मारैं बाइस हजार के आय बना दीन है। रूपिया वाली कउनौ बात निहाय वहिका आय प्रमाण पत्र 7 जून 2013 का बन गा रहै। अगर दूसर आय बनवावैं का है तौ दुई महीना रूक लें काहे से छह महीना मा दूसर आय बनै का नियम है।
लेखपाल बनाइस ज्यादा आय
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