जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव मसौनी, मजरा भरतपुर। हेंया के राजाबाई का आरोप है कि वहिका पति लल्ला 20 जुलाई 2013 मा गाज गिरैं से मर गा रहै। जेहिका दैवी आपदा किसान दुर्घटना बीमा लेखपाल आज तक नहीं देवाइस। जब कि वहिके पास सब कागज भी जमा होई चुके हैं।
राजाबाई बताइस कि मै अकेल औरत हौं मोर पास कउनौ पैरवी करैं वाला निहाय। यहै कारन है कि मै तीन साल से भटकत हौं अउर दलालन का बीस हजार रूपिया के भैंस बेच के खवा चुकेवं। जेहिसे मोर काम होई जाय, पै काम खातिर आज तक भटकत हौं। मोर दुई लड़का अउर दुई लडकी हैं। अब तो लडकी भी षादी लायक होत आवत हैं। जब कि सरकारी नियम है कि किसान दुर्घटना बीमा के तहत वहिके परिवार का पांच लाख रूपिया मिलैं का चाही। अब हेंया-होंआ मड़इन के चक्कर लगावत फिरत हौं। अनपढ़ औरत विभागन के बारे मा जानकारी निहाय। अगर लेखपाल चाहत तौ रूपिया निकर सकत है, पै वा खुदै लापरवाही करिस है। यहै कारन है कि मै आज भी तहसील कचेहरी के चक्कर लगवत हौं। एक महीन होइगे ।
फेर से नरैनी तहसील दिवस मा दरखास दइके दुर्घटाना बीमा के मांग करे हौं। मोहिका भरोसा दइके वापस कई दीन जात है, पै काम नहीं होत आय।
लेखपाल से बात करैं के कोशिश कीन गे, पै लेखपाल नहीं मिल पावा आय। यहिसे बात नहीं भे आय।
रिपोर्टर – गीता