भारत के अनाज के गोदामांे में अनाज बर्बाद हो रहा है। एक सूचना के अधिकार यानी आर.टी.आई के तहत मिली जानकारी के अनुसार पिछले दो सालों में भरतीय खाद्य निगम की लापरवाही के कारण बहुत ज़्यादा अनाज बर्बाद हुआ है।
लगातार कई सालों से हम मौसम कि मार झेल रहें है। कई किसान आत्महत्या कर चुके है। ऐसे में यह लापरवाही किसानों और देश कि जनता दोनों के लिए खतरनाक है। अनाज कि कमी लगातार बढ़ रही है। विशेषज्ञों कि मानें तो इसका सबसे बड़ा कारण भंडारण की अच्छी व्यवस्था न होना और गोदाम से अनाम की चोरी होना है। इस आर.टी.आइ्र. के अनुसार अनाज की बर्बादी पिछले पांच सालों में तीन गुणा तक बढ़ी हैं। बर्बादी का यह अंाकड़ा 2010-2011 में छह हज़ार तीन सौ छियालिस टन था। जबकि 2014-2015 में अट्ठारह हज़ार आठ सौ सैंतालिस हो गया। हाल ही में यु. एन. की एक सालाना रिर्पोट द्वारा यह सामने आया है की दुनियाभर में सबसे ज़्यादा भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या भारत में है।
पूर्व केंद्रीय खाद्य मंत्री के.वी. थामस का कहना है कि यू.पी.ए. सरकार ने अनाज की बर्बादी को रोकने के लिए कई कदम उठाए थे।