जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, फतेहगंज क्षेत्र। या क्षेत्र मा एक कइती जहां आधार कार्ड कैम्प नहीं लाग होंआ दूसर कइती प्रधान के घर मा कैम्प लगवावैं के बात सउहें आई है।
डढ़वामानपुर गांव के शिवरोमन, चुनकाई, रामा अउर गनेश का कहब है कि उनके गांव मा पांच हजार के वोटर है। कैम्प न लागैं के कारन कोहू के आधार कार्ड नहीं बने आय। यहिके अलावा गांव बरछा, डडिया, कुरूहूं, जरैला, संग्रामपुर आलमगंज मा भी कैम्प नहीं लगावा गा आय।
ओरहा गांव के मड़ई एस.डी.एम. से शिकाइत करिन कि प्र्रधान आपन घर मा आधार कार्ड का कैम्प लगावाये है। जेहिसे बहुतै मड़ई आधार कार्ड बनवावैं से छूटे हंै। 7 अप्रैल का अतर्रा तहसील दिवस मा शिकाइत आई। एस.डी.एम. प्रधान का फोन कइके कैम्प सार्वजनिक जघा मा लगावैं का कहिन हैं।
अतर्रा एस.डी.एम. आर.के श्रीवास्तव कस कहब है कि उधवपुर गांव मा आधार कार्ड बनावैं वाले के शिकाइत मिली कि वा चालिस रूपिया लेत है। या मारे कैम्प बंद करा दीन गा रहैं। 7 अप्रैल दुबारा से कैम्प लगाये जइहैं। छूटे गांवन मा कैम्प लगा के आधार कार्ड बनाये जइहैं।
जिला चित्रकूट, ब्लाक रामनगर, कस्बा राजापुर। हिंया तीन महीना तक तीन तीन दिन कैम्प लागैं के बाद भी लगभग डेढ़ सौ मड़ई आधार कार्ड बनवावैं से रहिगें। दुबारा से कैम्प लगावैं के मांग 7 अप्रैल का टाउन एरिया मा करिन हवैं।
कस्बा के कुट्टो देवी, रामफल, सावित्री, जीतेन्द्र अउर राजेष का कहब हवै कि हम तीन महीना से टाउन एरिया मा आधार कार्ड बनवावैं खातिर जइत हवंै। यहै से सोंचित हन कि अगर आधार कार्ड बन जाये तौ हमार समस्या खतम होइ जाये।
राजापुर टाउन एरिया के चेयरमैन लक्ष्मी प्रसाद वर्मा कहिन कि अगर सरकार आधार कार्ड बनवावैं खातिर फेर से आदेश करी तौ बन सकत हवै।