वित्त लेखा विभाग कि उदासीनता के कारण शिक्षामित्रों को आठ महीने से वेतन नहीं मिल रहा है। जिस कारण से ललितपुर जिला के महरौनी ब्लाक में 208 शिक्षामित्र आर्थिक तंगी से जूझ रहें हैं। इस कारण शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री से जल्दी मानदेय देने की मांग की है।
महेश का कहना है कि मैं प्राथमिक विद्यालय भुजनी में पढ़ाने जाता हूं जो यहां से चालिस किलोमीटर दूर है। सरकार ने दस हजार मानदेय रखा हैं लेकिन समय से नहीं मिलता है। सौ रूपये तो पेट्रोल का खर्चा है, उधार लेने की भी सीमा होती है। घनश्याम ने बताया कि सात महीनें से वेतन नहीं मिला है, तब से हम बर्बादी की कगार में है। बच्चों की फीस तक नहीं जमा कर पा रहे हैं। दयाराम का कहना है कि मां बाप बीमार है, बच्चें शादी के लायक है। ऐसे में वेतन न मिलने के कारण जब चारों तरफ से रास्ता बंद हो जाता है तो लोग मौत को गले लगाते हैं। मुख्यमंत्री चाहे तो दो घंटे में हमारी समस्या खतम कर सकते हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी आबरीश कुमार का कहना है कि शिक्षामित्रों के मानदेय के लिए विभाग को लिखा है जैसे ही मानदेय आयेगा लोगों को दे दिया जायेगा।
रिपोर्टर- राजकुमारी
Published on Mar 22, 2018