जिला ललितपुर, ब्लाक मडावरा, गांव वनियाना में दो हजार सोलह में मनरेगा के तहत काम कर चुके मजदूरन को आज तक मजूरी को इन्तजार हे। प्रशासन दाबा कर रई के मनरेगा के तहत काम कर चुके आदमियन को रुपइया उनके खाते में जा रओ।जिला ललितपुर, ब्लाक मडावरा, गांव वनियाना बनियाना गांव में दो हजार सोलह में मनरेगा के तहत काम कर चुके मजदूरन को आज तक मजूरी को इन्तजार हे। प्रशासन दाबा कर रई के मनरेगा के तहत काम कर चुके आदमियन को रुपइया उनके खाते में जा रओ। ग्रामीण क्षेत्र में ही मजदूरन को काम देबे की योजना शुरू करी गयी। और मजदूरन के रुपइया न मिल पाबो प्रधान के लाने भी मुसीबत बनी। कछू मजदूरन के खाते में गड़बड़ी के बजे से रुपइया नइ मिल पा रओ। लेकिन आदमियन को केबो तो कछू और हे। चैतुआ ने बताई के हम गरीब आदमी हे हमाओ कोनऊ धंधो हे नइया अबे तक हमाय मनरेगा के रुपइया नइ मिले। हम परेशान हे प्रधान कत के खातो ख़राब हे तुमाओ डेढ़ साल से खातो नइ सुधारवाओ और पंद्रह साल तक हमने नरेगा को काम करो सो अबे तक खातो नइ बिगरो। और जिने काम नइ करो उनके रुपइया निकर आय जिन ने काम करो उनके निकरे नइया। अनीता ने बताई के एक साल हो गयी हमे रुपइया को जो कोऊ पांच सौ हजार रुपइया दे देत सो उनके निकरवा देत। जियाराम ने बताई के जो हमाओ खातो हे बामे सूखाराहत के भी रुपइया आय अब केसे खातो गलत हो सकत। लखन लाल रोजगार सेवक ने बताई के एक साल में रुपइया लगभग तीन चार बार डार चुके लेकिन खाते गलत होबे के मारे नइ आय। तुलसीराम प्रधान ने बताई के पहले गांव अर्जुन खिरिया में जुडो तो बाके बाद ग्राम सभा अलग भइ बनियाना कम से कम बीस हजार रुपइया गरीब आदमियन को डरो एक साल से परेशान हो रए कोनऊ अधिकारी सुनवाई ही नइ कर रए। बीस मजूरन के रुपइया हे छह महीना को अब जब रुपइया नइ निकरो सो उन ने काम बंद कर दओ विडिओ साहब को लिखित भी दइ। हर्देश अहिरवार विडिओ ने बताई के जितने खाते गलत हते बे एम् आई से सही करा के दुआ हे। अब कछू आदमियन के ऑनलाइन खाते सही आ रए।
रिपोर्टर- राजकुमारी
Published on Jul 4, 2017