ललितपुर जिले के महरौनी ब्लाक के लटकन्जू खिरिया गांव में लोग चकबंदी की समस्या से परेशान हैं। लोगों के अनुसार चकबंदी में गलत नाप होने के साथ चकबंदी करने के लिए रिश्वत तक मांगी जा रही है।
दक्षयान मिश्र का कहना है कि केस चल रहा है उसके बावजूद भी बगल वालों ने ½ को ¼ कर दिया है। केस भी लगा हुआ है और बीच में जाकर ये सब कर दिए हैं। बल्लू का कहना है कि 6 साल की ऊमर में मेरे पिता जी खत्म हो चुके हैं। 10,12 एकड़ जमीन थी जिसमें से 8 एकड़ जमीन बची है। उसमें लोग खा कम रहे थे और मेरे लड़के बच्चे भूखे मर रहे थे। पैसा मांगते हैं हर बार कहाँ से लाये पैसा। इस जमीन में कम से कम अस्सी नब्बे हजार रूपये खर्च किये है, लेकिन आज भी जमीन की रजिस्ट्री नहीं हुई। नारायण कुमार ने बताया कि कभी तीन हजार, कभी चार हजार और कभी दस हजार पैसा मांगते हैं। कहाँ से पैसा पाए? हम चार भाई हैं और जमीन 12 एकड़ है, तो उसमें चार ही हिस्सा बनेंगे। ऐसा तो नहीं है कि 6 हिस्से बनाये जाए। अच्छी जमीन बड़े लोग ले लिए हैं और नहरों नाली खराब जमीन हम गरीब किसानों को दे दिए हैं। लक्ष्मण सिंह का कहना है कि आज से चालीस दिन हो जायेंगे। पैसा के कारण नाप नहीं करते हैं। हमसे तीन हजार मांग रहे हैं।
चकबंदी अधिकारी बी सुजीत सिंह ने बताया कि लोगों का काम ही है आरोप लगाने का।
एसडीएम ललितपुर के धीरेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि हम दलालों के खिलाफ भी कार्यवाही करने को तैयार हैं, लेकिन हमारे पास जब कोई आए और बताये, कि किसको पैसा दिया है और किसने पैसे की मांग की है? तभी हम कार्यवाही कर पायेंगे। ऐसे किसी को बिना कंपलेन के कैसे दोषी ठहरा दें।
रिपोर्टर: सुषमा
Published on Jun 1, 2018