जिला ललितपुर, ब्लाक महरौनी, गांव रुकवाहा सरकार लाखन रुपइया खर्च करके उपस्वास्थ्य केंद्र तो बना के खड़ो कर देत लेकिन दुबारा पलट के नइ देखत के का हाल हे।बाको बो सही से चल भी रओ के नइ। पांच साल पहले बनो ललितपुर जिला के रुकवाहा गांव को उपस्वास्थ्य केंद्र आज जानवरन को अखाड़ो बन गओ।जिला ललितपुर ब्लाक महरौनी गांव रुकवाहा सरकार लाखन रुपइया खर्च करके उपस्वास्थ्य केंद्र तो बना के खड़ो कर देत लेकिन दुबारा पलट के नइ देखत के का हाल हे।बाको बो सही से चल भी रओ के नइ। पांच साल पहले बनो ललितपुर जिला के रुकवाहा गांव को उपस्वास्थ्य केंद्र आज जानवरन को अखाड़ो बन गओ। केंद्र के भीतर गोबर और कूड़ा को ढेर लगो ना डॉक्टर को पतो हे न एन एम् को पतो हे। आदमी अपने अपने इलाज के लाने महरौनी या टीकमगढ जात। राजाबेटी ने बताई के पांच साल पहले से बनो जो उपस्वास्थ्य केंद्र लेकिन हम ओरन को महरौनी टीकमगढ या गुणा जाने परत दवाई लेबे के लाने। अगर इतेई सुविधा हो जाती तो हम बच्चन को काय के लाने दूर ले जाते। मानकुवर ने बताई के पहले के प्रधान हते उन ने बनबाई ती जो उपस्वास्थ्य केंद्र जे प्रधान तो कछू करवात ही नइया। और न हमाय ते साधन चलत कछू के चले जाबे तो जाबे आबे में भी परेशानी होत। दूसरे को साधन लिबा जाने परत। पार्वती ने बताई के एन एम् महरौनी की आती सो बे तो मंदिर पे बैठ के पोलियो की दवाई पिबा के चली जाती। मोतीलाल प्रधान ने बताई के गांव में जो मंदिर हे एन एम् उतई आके बैठ ती कबहु आशा के घरे बैठ जाती। जाके लाने हमने अधिक्षक को लिखित भी दई ती के इते से इनको स्थानातरण करबाओ। दूसरी एन एम् को बुलाओ और उनको हटाओ। जब आठ महीना पहले हमाई पत्रकार ने जो खबर करी ती तो अधिक्षक ने करवाही की बात कई ती। लेकिन अबे तक उते कोनऊ सुधार नइ भओ जा बार तो अधिक्षक ने बात कर बे से भी मना कर दई।
रिपोर्टर- सुषमा
23/06/2017 को प्रकाशित