जिला ललितपुर, ब्लाक महरौनी, गांव क्योलारी। यहां बांध और नाले के किनारे बसे लोगों का जीना दुश्वार हैं। कभी बाढ़ की समस्या तो कभी नाले की समस्या के कारण लोग बहुत परेशान हैं। बार-बार गुहार लगानें के बाद भी मुआवजा नहीं मिल रहा हैं।
सखी रोते रोते बता रही है कि बरसात का पानी भरने से पूरा अनाज भीग जाता है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।हरिप्रसाद का कहना है कि जब पानी बरसता है तो मकान थर-थर कांपते है तो बहुत डर लगता है। रात में पानी भर जायें तो कोई जिन्दा नहीं बच सकता हैं।मकान की अस्सी हजार की रजिस्ट्री हुई थी तब कहा था जो मुआवजा सब को मिलेगा वो तुम्हें भी मिलेगा परन्तु अभी तक मुआवजा नहीं मिला हैं। पूना ने बताया कि अधिकारी कहते है सब बढ़िया है कोई जांच करने नहीं आतें हैं। प्रधान प्रतिनिधी का कहना है कि डीएम,एसडीएम और से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं किन्तु सुनवाई नहीं होती है।
सिंचाई निर्माण खण्ड के सहायक अभियंता आर ए तिवारी का कहना है कि कमेटी ने कहा है कि इन लोगों को वहां से हटा दिया जायें वो लोग पुनर्वास की मांग कर रहे हैं वो मांग पूरी की जायेगी।
क्या इस गांव के लोगों की समस्या दूर होगी या अगली बारिस भी उन्हें इसी तरह काटनी होगी।
रिपोर्टर-सुषमा
Published on Dec 15, 2017