प्रधानमंत्री आवास के तहत ग्रामीणों को सरकार आवास उपलब्ध करा रही है लेकिन ललितपुर जिले के ब्लाक बिरधा, नगर पंचायत पाली के लोग छप्पर के नीचे गुजारा कर रहें हैं। सर्दी की कड़कड़ाती ठण्ड हो या बारिस की काली रात हो ये तो लोगों की जिन्दगी का हिस्सा बन गई है। आवास के लिए लोगों ने कई बार आनलाइन कराया लेकिन सरकारी योजनायें भी इन तक पहुंचने से कतराती हैं।
पुष्पा का कहना है कि हमारा कच्चा घर बना है, आवास के लिए आश्वासन बस मिलता है। राजकुमारी का कहना है कि एक कमरे में हम चार देवरानी जेठानी रहते हैं और हमारे बच्चें और सास-ससुर भी थान रहते है। घर में एक ही चूल्हा है सबका खाना इसी चूल्हे में बारी-बारी से बनता है। मझली बहु का कहना है कि बारिश के मौसम में पन्नी डालकर रहते हैं, मजदूर लोग हैं घर बनवाने के लिए कहां से पैसा पायेगें। सुखवती का कहना है कि सालभर पहले आवास के लिए फार्म भरा था। किराये के घर में रहते हैं क्या बच्चों को खिलाएं क्या किराया दें।
नगर पंचायत अध्यक्ष रामकुमार चौरसिया का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पाली में चार सौ इकतालीस आवास बनायें जायेगें। जिसमें से अट्ठासी लोगों की पहली क़िस्त अप्रैल के अंत तक उनके खातें में भेज दी जायेगी।
रिपोर्टर- कल्पना