खबर लहरिया बुंदेलखंड ललितपुर जिले के दरौना गाँव का आगनबाड़ी केंद्र, जहाँ लोग केवल पंजीरी के लिए आते हैं

ललितपुर जिले के दरौना गाँव का आगनबाड़ी केंद्र, जहाँ लोग केवल पंजीरी के लिए आते हैं

सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में से एक है आंगनबाड़ी योजना, जो बाल विकास परियोजना के अन्तर्गत आता है। इस योजना का मुख्य उददेश्य छह साल तक उम्र के बच्चों को पोषित भोजन और उन्हें शिक्षा की ओर अग्रसर करना हैं। लेकिन ललितपुर जिले के दरौना गांव में सच्चाई कुछ और है। जहां न केन्द्र खुलने का समय है और न बच्चों के आने का। आखिर क्यों नहीं आ रहे हैं बच्चें?
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हीराबाई का कहना है कि बच्चों को स्कूल भेजते तो हैं,  लेकिन इस समय कटाई चल रही है। तो बच्चों को खेत ले जाते हैं, बच्चें पोषाहार लेने आते हैं।
आंगनबाड़ी सहायिका रसरानी ने बताया कि यहां इक्यावन बच्चें हैं, तो उसमें से दस बच्चें आये हैं। कटाई चल रही है इसलिए बच्चें कम आते हैं।
सुपरवाइजर छाया का कहना है कि बच्चें आंगनबाड़ी केन्द्र रोज जाते हैं।

रिपोर्टर- राजकुमारी

Published on Feb 21, 2018