जिला ललितपुर, गांव खुडन सरकार गरीब आदमियन के लाने हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी योजना चलात जी से गरीब आदमियन को लाभ मिलबे। लेकिन हमेशा कोनऊ भी योजना को लाभ उठाबे में गरीब आदमी ही पीछे रह जात।
एसे ही खुडन गांव के आदमियन को आगनबाड़ी से कछू भी सुविधा नइ मिल रई। इते के आदमियन को आरोप हे के आगनबाड़ी पंजीरी नइ देत। जब भी हम पंजीरी के बारे में पूछत तो बोहतई लड़ाई होत। आगनबाड़ी सुपरवाइजर को केबो हे के आगनबाड़ी कार्यकर्ता सर्वे कर के नइ लेयात जासे उते के लाने पंजीरी नइ आत।
सरकार योजनाए तो भोत चलात लेकिन बे योजनाये सही चल रई के नइ जो देखबे को काम बोहतई कम होत।
विजय रानी ने बताई के हमे आगनबाड़ी से पंजीरी कबहु नइ मिली न हमाय मोड़ी मोड़न को न हमाय नाती नातिन को मिली। प्रधान से कत सो बे कत के हम का करे तुम ओरे मिल के जाओ दरखास लगाओ। हम ओरे जोई करत रेबे जई में अपने रूपइया बर्बाद करत रए। प्रधान खुद चलबे हमाय ओरन के संगे और दरखास लगबाबे।
नीतू ने बताई के हम ओरे लेबे जात सो भगा देती कती इते नइया। खुडन से जुडी उतई से लिओ। हम ओरन ने प्रधान से शिकायत करी। सो कह रए ते के बन जेहे तो इतई से मिल हे उते से नइ मिल हे।
राजकुमारी ने बताई के आगनबाड़ी कार्यकर्ता कती के खुडन को इते आत ही नइया उते की आशा दूसरी हे। और जानकारी सब इतेई से भर ले जाती। हमें तो न पहली मोड़ी को मिलो न दूसरी मोड़ी को कती के खुडन की आगनबाड़ी दूसरी हो हे। लेबे जाओ सो भगा देती। आगनबाड़ी कार्यकर्ता कती के हे नइया किते से दे देबे।
शोभाबाई आगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताई के जा से नइ मिलत के मैडम ने कई ती के उते की सर्वे कर दो हमने दिसम्बर में सर्वे नइ करी ती। बाद में करी अब बे कती के बेसे ही तो हमाय पास कम माल हे। हम किते से देबे उते के लाने। उते के लाने नइ आत उते के लाने अलग से मिनी आगनबाड़ी केंद्र आहे।
रजवान सिंह प्रधान ने बताई के हमने कार्यालय में दरखास दई मांग करी प्रस्ताव भी दओ और पंजीरी बाटबे के लाने भी कई लेकिन कोनऊ सुनवाई नइ भई।
रिपोर्टर- राजकुमारी
10/05/2017 को प्रकाशित