जिला ललितपुर, गांव खटौरा में सालन से हे पानी की परेशानी एक हैण्डपम्प से ही चला रए काम।
रामा ने बताई के हमे एसी परेशानी उठात उठात तीन चार साले हो गयी कुआ में पानी ख़त्म हो गओ। अगर हैण्डपम्प बिगर जात तो दूर जाने परत भरबे के लाने। प्रधान से कओ सो के देत के हओ लगबा दे रए।
गुड्डी ने बताई के हमे तीस पैतीस साल से परेशानी हे मोड़ी मोड़न को नहाने उनके कपड़ा धोने खर्च के लाने हर कछू के लाने परेशानी हे पानी की मंदिर पे लगो उते जात के फिर रोड पे लगो सो उते जात भरबे के लाने।
न इते कोई साधन देबे वालो हे न कछू देबे वाले हे न प्रधान न और कोऊ। जब वोट लेने परत तब हाथ जोरत फिरत और जब जीत जात तो फिर सबको भूल जात।
रामदेवी ने बताई के पानी भरबे के लाने भोत दूर जाने परत खर्च के लाने ब्याह शादियन में भोत परेशानी होत। जा मुहल्ला में भोत परेशानी हे पानी की अगर ओरते नइ जा पाती भरबे के लाने तो आदमियन को भरने परत।काय के ड़ोरन को पानी पिबाने उन्हें नहाने धुआने सब करने परत।
छोवारा प्रसाद प्रधान ने बताई के हैण्डपम्प लगवा रए अब आ गये ऊपर से पांच छह आय अब जब फसल कट जेहे तबई लग पेहे।काय के उते से गाड़ी नई निकर पाती सो अब जब फसल कट जेहे तब लग पेहे तब तक और तनक परेशानी और हो हे अबे।
रिपोर्टर- सुषमा
Published on Feb 8, 2017