कुम्हार मिट्टी के लिए गुहार लगा रहें हैं क्योंकि जिला ललितपुर, गांव कुआघोषी के कुम्हारों को बर्तन बनाने के लिए मिट्टी नहीं मिल रही हैं। यहां के कुम्हार इस तरह की परेशानी से जूझ रहे हैं। इनके घरों में चूल्हा जलाना भी मुश्किल हो रहा है। सबके घरों को रोशन करने वाले इन कुम्हारों के घर में अंधेरा छाया है।
कुम्हार रमेश कुमार का कहना कहना है कि पहले मंहगाई कम थी अब ज्यादा हो गई है और खर्चा भी बढ़ गया है पहले अकेले थे आज परिवार साथ में है।
पुष्पा, मक्खन और मन्बू का कहना है कि एक मटका बनानें में तीन दिन का समय लगता है। खराब मिट्टी से पके और कच्चे घड़े सब फट जाते है। इसलिए घड़ा बनाना बंद कर रहे है अब चाहे जैसे लोग ठंडा पानी पिए किसी तरह रोजी रोटी चलती थी और अपने बच्चे पालते थे जब से सौ नम्बर चल गई है तब से मिट्टी नहीं मिलती है क्या खाए क्या बच्चों को खिलाएं।
एस डी एम धीरेन्द्र प्रताप का कहना है कि कुम्हारों को मिट्टी दिलाने के लिए पट्टे दिलाएं जायेगे ।इन पट्टो में कब्जा है तो कार्यवाही की जायेंगी।
बाइलाइन-राजकुमारी
Published on Nov 21, 2017