जिला ललितपुर, भौरी गांव में कछू आदमियन के राशनकार्ड नइ बने। आदमियन को आरोप हे के कोटेदार ने हमाय राशनकार्ड कटवा दए। और कोटेदार ने जे सब आरोप गलत बताए।
राधा ने बताई के हमाओ राशनकार्ड पुराने प्रधान ने बनवाओ तो और नए प्रधान ने ने कटवा दए और दो तीन कोटा से नइ मिलो हमे राशन। तीन चार महीना मिलो फिर बंद हो गओ। शक्कर सो देत नइया केवल गेंहू और चावल मिलत सो बे भी तोल में कम निकरत दस किलो के आठ किलो निकरत।
हरिदेश ने बताई के 20 रुपईया लीटर मट्टी को तेल मिलत सो 25 रुपईया देत। हमने कई सो कह रए ते के रुपईया बढ़ गए। हमने कइ के हम फोन लगा के पूछत सो कह रए ते के तुम उल्टे झंझट में और फस जेहो। और हमने ऑनलाइन फार्म भरे ते सो खुद कंप्यूटर वाले से लिख बाय ते बैठ के और हमाय तीन सदस्य काट दए।
नन्हा ने बताई के हमने खुद तीन सो रुपईया दए ते और अबे नो नइ बनो हम बूढ़े आदमी किते जाबे। रामदेवी ने बताई के हमने प्रधान से कइ के हमाओ राशनकार्ड काय कटवा दओ। सो कह रए ते के हमने नइ कटवाओ कोटेदार ने कटवाओ और कोटेदार से कई सो बे कह रए ते के प्रधान ने कटवाओ।
राम कृपाल कोटेदार ने बताई के परमिट कोऊ के नइ कटे जीनो जमीन हे ज्यादा सो सेक्ट्री ने काटे तीन चार और पचास अन्तोदय के हे सो बे बने हे सबके और बीस बाईस जने एसे हे जिनके नइ बने। और कोटेदार ने एक सौ पचत्तर फार्म ऑनलाइन करवाए लेकिन अबे एकऊ नइ भरे। अब हमे तो जो सरकार देहे हम बोई देहे।
रिपोर्टर- राजकुमारी
Published on Jan 2, 2017