जिला ललितपुर, ब्लाक महरौनी इते हर साल रामलीला होत। रामलीला करबे वाले सब आदमी महरौनी के ही रेबे वाले है।
संजय पांण्डेय ने बताई के इते जा राम लीला सत्तर साल से हो रई। नव रात्रि में हर साल होत परसों सुन्दर कांड भओ तो कल गणेश जी को पूजन भओ और राम लीला शुरू हो गई ग्यारह अक्टूबर तक चल हे जा रामलीला होने। जा में पूरी रामायण के पाठ दए जात।
भगवत नारायण ने बताई के हमें छत्तीस साल हो गई जब से हम राम लीला कर रए। जा राम लीला 15 दिन तक चले 8 बजे से रात के बारह एक बजे तक चलत और पंद्रह दिन तक जई क्रम में चले। जो काम हम छोटे से कर रए जा काम को करबे से हमे आत्मा में शांति मिलत के हम भागवान को काम कर रए। और जोन जोन आदमी रामलीला करत बे सब आदमी महरौनी के ही हे सो कोनऊ परेशानी नई होत।
जानकी पेंटर्स ने बताई के हमराम लीला करबे वाले सब आदमियन को मेकप करत। सबको तैयार करत जी को जोन सो पाठ देने होत बाय बसों तैयार करत अगर कोऊ को हनुमान जि को देने तो कोऊ को सीता जी को तो हम तैयार करत। हम जो काम अठाईस साल से कर रए जो काम करबे में हमे अच्छो भी लगत के हम भागवान को तैयार करत।
भागचन्द्र ने बताई के हमने छोटे से करी रामलीला जब हम प्राइमरी में पढ्त ते तब से कर रए और जा के पहले हम चाय बेचत ते।
लेकिन हमने अपने मोड़ी मोड़ान को खूब पढाओ लिखाओ सो भागवान ने हमाई खूब रक्षा करी के आज हमओ एक मोड़ा अमेरिका में हे एक मोड़ी और मोड़ा मास्टर हे। हमे मोड़ी मोड़ा अपने पांवोन पे खड़े हो गये। भगवान की कृपा से अब हमे कोनऊ बात की चिंता नईया।
रिपोर्टर- सुषमा
03/10/2016 को प्रकाशित