जिला ललितपुर, महरौनी, ब्लाक के गांव में एक इंद्रा ने बताई अपनी पहचान ओर अपने गांव का नाम करो रोशन।
महरौनी ब्लाक में रहने वाली इंद्रा ने बताई के हम अपनी खेती खुद करत हें।बुबाई,जुताई,सब ओर टेक्टर हम खुद चलात हें।और हम दो हजार चार से चला रए।केबल टेक्टर और साईकिल चला पात।और गाडी नई चला पात।हम हमेशा भरी ट्राली चलात।अगर चलात रत तो चलात उतर जात तो फिर नई होत मन चलावे के लाने।चलात चलात थक जात।हमाये पापा ने हमे केवल दो चीजे चलावो सिखाई एक टक्टर दूसरी साईकिल।
इंद्रा की मा तुलसा ने बताई के जब हमाई मोड़ी टेक्टर चलात तो अच्छो भी लगत और बुरो भी।हमाये दो मोड़ा एक मोड़ी हें लड़का हमाय वकील हें।एक इंद्रा से छोटो हें एक इंद्रा से बड़ो हें।हमाये दोई मोड़ा बहार रत और हमाई मोड़ी हमनो रत हमाई मोड़ी हमाई सेवा करत हैं।
महरौनी ब्लाक में रहने वाली इंद्रा ने बताई के हम अपनी खेती खुद करत हें।बुबाई,जुताई,सब ओर टेक्टर हम खुद चलात हें।और हम दो हजार चार से चला रए।केबल टेक्टर और साईकिल चला पात।और गाडी नई चला पात।हम हमेशा भरी ट्राली चलात।अगर चलात रत तो चलात उतर जात तो फिर नई होत मन चलावे के लाने।चलात चलात थक जात।हमाये पापा ने हमे केवल दो चीजे चलावो सिखाई एक टक्टर दूसरी साईकिल।
इंद्रा की मा तुलसा ने बताई के जब हमाई मोड़ी टेक्टर चलात तो अच्छो भी लगत और बुरो भी।हमाये दो मोड़ा एक मोड़ी हें लड़का हमाय वकील हें।एक इंद्रा से छोटो हें एक इंद्रा से बड़ो हें।हमाये दोई मोड़ा बहार रत और हमाई मोड़ी हमनो रत हमाई मोड़ी हमाई सेवा करत हैं।