जिला ललितपुर गांव दरौना इते के आंगनवाड़ी केंद्र कि हालत भोत बुरी हे। जा लगत अब गिरो के कबे गिर जाबे।
मीना ने बताई के एते कि आंगनवाड़ी में कछु भी सुविधा नईया जीना हे से बे टूटे डरे मोड़ी मोड़ा परेशान हो रए। न नल हे। मोड़ी मोड़ा पानी पीबे के लाने दूर जात । और अगर कोनऊ मोड़ी मोड़ा को टट्टी लागयात तो शौचालय नईया।
हीराबाई ने बताई के पूरी तो छत टपकत हे। एक कोने में बैठे रत मोड़ी मोड़ा और हेई गंदगी फैली रत। गांव के आदमी एते आके शौच कर जात और इतेई ढोर बंधे रत सो कीचा मचत। और खाना सो बाहर बनत रसोई घर हे नईया। प्रधान जी देख गये ते सो कह रहे ते के अब हम बनबा देहे।
सहायक तो रोज 11 बजे के पेले नई आती। और बैठी रती न बे मोड़ी मोड़न को बुलाबे जाती। उनसे कओ के मोड़ी मोड़न को बुला लेयाओ। सो बे लड़ती हे कती के हम नई जा रए। तुमे जाने होय सो चली जाओ हम केंद्र पे बैठे।
राजीव दुबे प्रधान ने बताई के सफाई कर्मी तो रोज सफाई करबे जात। लेकिन सब गांव के आदमी उतई जाके शौच कर यात। सो वा गंदगी फैली रत। और हमने सब से कई के उते ढोर न बंधो। लेकिन कोऊ नई मानत। और अबे तक हमसे कार्यकर्ता ने कई नईया के आंगनवाड़ी कि छत टपकत हे। अब हमाई जानकरी में आ गयी सो अब हम अबे तो कार्य योजना बन चुकी। अब जब दूसरी बने बामे देहे जानकारी और ग्राम पंचयात से काम कर बाए। और सुपर वाईजर कबहु अती नईया। और जो शिकात करत सो रुपईया देके मामला को रफा दफा कर देत। हमाओ तो काम जानकारी देबो हे कर्यबाही करबो उनके विभाग को काम हे।
मीना ने बताई के एते कि आंगनवाड़ी में कछु भी सुविधा नईया जीना हे से बे टूटे डरे मोड़ी मोड़ा परेशान हो रए। न नल हे। मोड़ी मोड़ा पानी पीबे के लाने दूर जात । और अगर कोनऊ मोड़ी मोड़ा को टट्टी लागयात तो शौचालय नईया।
हीराबाई ने बताई के पूरी तो छत टपकत हे। एक कोने में बैठे रत मोड़ी मोड़ा और हेई गंदगी फैली रत। गांव के आदमी एते आके शौच कर जात और इतेई ढोर बंधे रत सो कीचा मचत। और खाना सो बाहर बनत रसोई घर हे नईया। प्रधान जी देख गये ते सो कह रहे ते के अब हम बनबा देहे।
सहायक तो रोज 11 बजे के पेले नई आती। और बैठी रती न बे मोड़ी मोड़न को बुलाबे जाती। उनसे कओ के मोड़ी मोड़न को बुला लेयाओ। सो बे लड़ती हे कती के हम नई जा रए। तुमे जाने होय सो चली जाओ हम केंद्र पे बैठे।
राजीव दुबे प्रधान ने बताई के सफाई कर्मी तो रोज सफाई करबे जात। लेकिन सब गांव के आदमी उतई जाके शौच कर यात। सो वा गंदगी फैली रत। और हमने सब से कई के उते ढोर न बंधो। लेकिन कोऊ नई मानत। और अबे तक हमसे कार्यकर्ता ने कई नईया के आंगनवाड़ी कि छत टपकत हे। अब हमाई जानकरी में आ गयी सो अब हम अबे तो कार्य योजना बन चुकी। अब जब दूसरी बने बामे देहे जानकारी और ग्राम पंचयात से काम कर बाए। और सुपर वाईजर कबहु अती नईया। और जो शिकात करत सो रुपईया देके मामला को रफा दफा कर देत। हमाओ तो काम जानकारी देबो हे कर्यबाही करबो उनके विभाग को काम हे।
रिपोर्टर- राजकुमारी
23/08/2016 को प्रकाशित
ललितपुर के दरौना गाँव का आंगनवाड़ी केंद्र – अब गिरा, कब गिरा!