खबर लहरिया बुंदेलखंड ललितपुर के जामनी नदी में आयी बाढ़, कैसे निकले बहार ?

ललितपुर के जामनी नदी में आयी बाढ़, कैसे निकले बहार ?

जिला ललितपुर कि जामिनी नदी में आयी बाढ़। जी के मारे दस गांव के आदमियन को आबो जाओ भओ बंद। आदमी अपने जरुरी काम के लाने भी नई कर पा रए और बच्चा भी स्कूल नई जा पा रहे।
रामकिशोर ने बताई के हमे भोत जरुरी काम से महरौनी जाने लेकिन हम सबेरे से बैठे इते नदी कि आशा में के उतर जाय तो हम चले जाबे। और नदी अबे तक नई उतरी अब जबई जा पेहे जब नदी उतर जेहे। जा नदी के मारे न तो बच्चन को स्कूल पोचा पा रहे। और जो चले गये सो बे अब बाई तरफ फसे घरे नई आ पा रए। सुख लाल ने बताई के बैसेई तो कच्चो रोड हतो सो निकर नई पात ते गाडी फंस जात ती। अब और बाढ़ के मारे नई निकर पा रए न कितउ जा पा रए। हमे अपनी बैन को लुआबे जाने सावन के लाने और हम इते बैठे और बैन हमाओ उते बस अड्डा पे ठाडी हुए। भोर के बैठे हमने कई के हम बारह बजे तक आ जेहे। और अबे तक नई निकर पाए और फोन हमनो हे नई के कर देबे। हम तो अंगूठा छाप आदमी हे।
सोना ने बताई के हमें मायके जाने और हम इते फंस गए सो नई जा पा रए। अब जब नदी उतर जेहे सोई जेहे।
सिया ने बताई के हमे जरुरी काम से बैंक जाने और नदी के मारे निकर नई पा रए फिर बैंक बंद हो जेहे सो कोनऊ। काम नई हो पेहे।
झल्लू ने बताई के हमे वैष्णोदेवी जाने दर्शन करवे के लाने और हम जा नई पा रए। हमाओ टिकेट बुक हो गओ और अगर गाडी निकर जेहे तो का काम को हम जा नई पेहे और हमाय पईसा भी बरवाद चले जे हे। गेंदा बाई ने बताई के हमे दवाई को जाने हमें छह सात महीना से बुखार आ रओ सो हमाई दवाई चलत। और तारा ने बताई के अगर बीमार हो जात तो जा नदी के मारे टेम पे दिखावे तक नई जा पात घर में डरे रत बीमार जब उतर जात हे।
रिपोर्टर- सुषमा 
05/08/2016 को प्रकाशित

ललितपुर के जामनी नदी में आयी बाढ़, कैसे निकले बहार ?